पटना:- बिहार की राजधानी पटना अब एक नई परिवहन सुविधा की ओर बढ़ रही है, जो न केवल शहर की खूबसूरती में इजाफा करेगी बल्कि यात्रा को भी सुगम और आधुनिक बनाएगी। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत पटना को उन 17 भारतीय शहरों में शामिल किया गया है, जहां जल्द ही वाटर मेट्रो सेवा शुरू की जाएगी।
गंगा नदी पर दौड़ेगी मेट्रो
यह विशेष परियोजना गंगा नदी पर आधारित है, जिसके तहत एनआईटी पटना के पास बने मेट्रो स्टेशन से उत्तरी बिहार को जोड़ने के लिए जलमार्ग का उपयोग किया जाएगा। यानी अब गंगा के उस पार स्थित इलाकों तक पहुंचने के लिए सड़क पर लंबा रास्ता तय नहीं करना पड़ेगा — लोग सीधे जलमार्ग के ज़रिए मेट्रो फेरी सेवा से यात्रा कर सकेंगे।
कोच्चि मेट्रो की तकनीकी टीम कर रही है मूल्यांकन
इस प्रोजेक्ट की व्यवहार्यता को परखने के लिए कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड (KMRL) की एक विशेषज्ञ टीम ने हाल ही में पटना पहुंचकर गंगा के विभिन्न हिस्सों का सर्वेक्षण किया। यह टीम पहले भी केरल में सफलतापूर्वक वाटर मेट्रो का संचालन कर चुकी है और अब पटना में भी इस तकनीक को लागू करने की संभावनाएं तलाश रही है।
किराया होगा सिर्फ 40 रुपये
यात्रियों के लिए सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि इस सेवा का किराया मात्र 40 रुपये होगा। यानी यह सेवा न केवल समय की बचत करेगी बल्कि आर्थिक रूप से भी किफायती होगी। इससे रोजाना गंगा पार करने वाले यात्रियों, कामकाजी लोगों और छात्रों को बड़ा लाभ होगा।