नई दिल्ली:- भारत सरकार के सांख्यिकी मंत्रालय ने व्यवसायिक पंजीकरण के लिए एक नई पहल शुरू की है। इस पहल के तहत, मंत्रालय जीएसटीएन, एमसीए और उद्यम पोर्टल का उपयोग करके व्यवसायिक पंजीकरण की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाएगा।
व्यवसायिक पंजीकरण की आवश्यकता
व्यवसायिक पंजीकरण की आवश्यकता इसलिए है ताकि व्यवसायों को वैधानिक और नियामक अनुपालन में मदद मिल सके। इसके अलावा व्यवसायिक पंजीकरण से व्यवसायों को वित्तीय संस्थानों से ऋण प्राप्त करने में भी मदद मिलती है।
जीएसटीएन, एमसीए और उद्यम पोर्टल का उपयोग
सांख्यिकी मंत्रालय जीएसटीएन, एमसीए और उद्यम पोर्टल का उपयोग करके व्यवसायिक पंजीकरण की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाएगा। जीएसटीएन से व्यवसायों के जीएसटी पंजीकरण की जानकारी प्राप्त की जा सकती है, जबकि एमसीए से व्यवसायों के कंपनी पंजीकरण की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। उद्यम पोर्टल से व्यवसायों के एमएसएमई पंजीकरण की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
व्यवसायिक पंजीकरण के लाभ
व्यवसायिक पंजीकरण के कई लाभ हैं। इसके अलावा, व्यवसायिक पंजीकरण से व्यवसायों को वैधानिक और नियामक अनुपालन में मदद मिलती है। इसके अलावा व्यवसायिक पंजीकरण से व्यवसायों को वित्तीय संस्थानों से ऋण प्राप्त करने में भी मदद मिलती है।
सांख्यिकी मंत्रालय की यह पहल व्यवसायिक पंजीकरण की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाने में मदद करेगी। इसके अलावा यह पहल व्यवसायों को वैधानिक और नियामक अनुपालन में मदद करेगी और उन्हें वित्तीय संस्थानों से ऋण प्राप्त करने में भी मदद करेगी।