नई दिल्ली:- भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक से पहले जनवरी-फरवरी 2024 में खुदरा मुद्रास्फीति 5.1% पर आ गई है जो कि आरबीआई के 4% के लक्ष्य के करीब है।
मुद्रास्फीति के आंकड़े
जनवरी-फरवरी 2024 में खुदरा मुद्रास्फीति 5.1% पर आ गई है जो कि दिसंबर 2023 में 5.7% थी। खाद्य मुद्रास्फीति 7.8% पर आ गई है जबकि ईंधन की कीमतें लगातार छठे महीने में गिरावट के साथ नकारात्मक रही हैं।
आरबीआई के अनुमान
आरबीआई ने अपने अनुमान में कहा है कि 2024-25 में खुदरा मुद्रास्फीति 4.5% पर आ सकती है जो कि 2023-24 में 5.4% थी। आरबीआई ने कहा है कि खाद्य मुद्रास्फीति के जोखिम अभी भी बने हुए हैं लेकिन ईंधन की कीमतों में गिरावट से मुद्रास्फीति पर दबाव कम हो सकता है।
आर्थिक विकास
आरबीआई ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 2024-25 में 7% पर आ सकती है जो कि 2023-24 में 7.6% थी। आरबीआई ने कहा है कि निजी खपत और निवेश में वृद्धि से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल सकता है।
जनवरी-फरवरी 2024 में खुदरा मुद्रास्फीति 5.1% पर आ गई है जो कि आरबीआई के 4% के लक्ष्य के करीब है। आरबीआई ने कहा है कि खाद्य मुद्रास्फीति के जोखिम अभी भी बने हुए हैं लेकिन ईंधन की कीमतों में गिरावट से मुद्रास्फीति पर दबाव कम हो सकता है।