रोम:- वेटिकन सिटी के प्रमुख धर्मगुरु पोप फ्रांसिस की तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही है। उन्हें दोनों फेफड़ों में गंभीर संक्रमण के चलते पिछले शुक्रवार को रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 88 वर्षीय पोप पहले से ही सांस संबंधी बीमारी और साइटिका की समस्या से जूझ रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, उनका इलाज चल रहा है लेकिन स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
पहले भी हुआ था गंभीर संक्रमण
पोप फ्रांसिस को युवावस्था में निमोनिया हुआ था जिसके चलते उनका एक फेफड़ा निकालना पड़ा था। अब एक बार फिर उनके फेफड़ों में पॉलीमाइक्रोबियल संक्रमण की पुष्टि हुई है। सीटी स्कैन में दोनों फेफड़ों में संक्रमण दिखा है जिसके बाद उनकी चिकित्सा प्रक्रिया में बदलाव किए गए हैं।
कार्यक्रम रद्द, उत्तराधिकारी को लेकर चर्चा तेज
पोप की बिगड़ती सेहत के चलते वेटिकन के कई कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा है। इसके साथ ही उनके उत्तराधिकारी को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है।वेटिकन में नई नियुक्तियों की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है।
महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियां
पोप फ्रांसिस ने अपनी सेहत को देखते हुए वेटिकन प्रशासन में कई अहम नियुक्तियां की हैं। उन्होंने सिस्टर राफैला पेइट्रिनी को वेटिकन सिटी की पहली महिला गवर्नर नियुक्त करने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया है। उनका कार्यकाल 1 मार्च से शुरू होगा। इसके अलावा 6 फरवरी को कार्डिनल्स कॉलेज के डीन का कार्यकाल भी बढ़ाया गया है।
वेटिकन में बढ़ी हलचल
पोप फ्रांसिस की सेहत को लेकर वेटिकन में हलचल तेज हो गई है। उनकी स्थिति को देखते हुए चर्च के भीतर भविष्य की रणनीति पर विचार किया जा रहा है। अब सबकी निगाहें उनकी स्वास्थ्य रिपोर्ट और आगामी निर्णयों पर टिकी हैं।