मुंबई(महाराष्ट्र):-अदाणी ग्रुप की टेलीकॉम कंपनी पर डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (डोट) की नज़र है। दरअसल अदाणी ग्रुप ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में भाग लिया था लेकिन अभी तक उसने 5जी सेवाएं शुरू नहीं की हैं। इस देरी के कारण डोट ने अदाणी ग्रुप को नोटिस जारी किया है और स्पेक्ट्रम सरेंडर करने की संभावना है।अदाणी ग्रुप ने पिछले साल 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में 212 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम हासिल किया था। इसके लिए उसने 212 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। लेकिन अभी तक उसने 5जी सेवाएं शुरू नहीं की हैं। इस देरी के कारण डोट ने अदाणी ग्रुप को नोटिस जारी किया है और स्पेक्ट्रम सरेंडर करने की संभावना है।
डोट के अनुसार अदाणी ग्रुप को 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए 12 महीने का समय दिया गया था। लेकिन उसने अभी तक 5जी सेवाएं शुरू नहीं की हैं। इस देरी के कारण डोट ने अदाणी ग्रुप को नोटिस जारी किया है और स्पेक्ट्रम सरेंडर करने की संभावना है।अदाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा है कि कंपनी 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए तैयार है। लेकिन उसने अभी तक 5जी सेवाएं शुरू नहीं की हैं। प्रवक्ता ने कहा है कि कंपनी डोट के नोटिस का जवाब देगी और 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।
इस मामले में अदाणी ग्रुप के अलावा अन्य टेलीकॉम कंपनियों को भी नोटिस जारी किया गया है। इन कंपनियों में जियो एयरटेल और वोडाफोन आइडिया शामिल हैं। इन कंपनियों को भी 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए 12 महीने का समय दिया गया था। लेकिन इनमें से कुछ कंपनियों ने अभी तक 5जी सेवाएं शुरू नहीं की हैं।इस मामले में डोट के नोटिस के बाद अदाणी ग्रुप और अन्य टेलीकॉम कंपनियों को 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। यदि इन कंपनियों ने 5जी सेवाएं शुरू नहीं की हैं तो उन्हें स्पेक्ट्रम सरेंडर करना होगा।