नई दिल्ली:-फॉक्सकॉन दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण कंपनी ने चीनी श्रमिकों की भारत में तैनाती रोक दी है। इसके बजाय कंपनी ने अपने ताइवानी कर्मचारियों को भारत में तैनात करने का फैसला किया है।इस फैसले के पीछे का कारण चीन और भारत के बीच बढ़ते तनाव को माना जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में दोनों देशों के बीच सीमा विवाद और आर्थिक मुद्दों पर तनाव बढ़ा है। इस तनाव के कारण फॉक्सकॉन ने अपने चीनी श्रमिकों की भारत में तैनाती रोकने का फैसला किया है।
फॉक्सकॉन के एक प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी ने अपने ताइवानी कर्मचारियों को भारत में तैनात करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि यह फैसला कंपनी की वैश्विक रणनीति का हिस्सा है और इसका उद्देश्य कंपनी की वैश्विक पहुंच को बढ़ाना है।फॉक्सकॉन के इस फैसले के बाद कंपनी के ताइवानी कर्मचारी भारत में कंपनी के विभिन्न प्लांट्स में काम करेंगे। इन कर्मचारियों को भारत में कंपनी के विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
फॉक्सकॉन के इस फैसले का भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ सकता है। कंपनी के ताइवानी कर्मचारियों को भारत में तैनात करने से भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेश बढ़ सकता है। इसके अलावा यह फैसला भारत और ताइवान के बीच आर्थिक संबंधों को भी मजबूत कर सकता है।हालांकि फॉक्सकॉन के इस फैसले का चीन पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
चीनी सरकार ने पहले ही फॉक्सकॉन को चेतावनी दी थी कि वह अपने चीनी श्रमिकों को भारत में तैनात न करे। अब फॉक्सकॉन के इस फैसले के बाद चीनी सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है।कुल मिलाकर फॉक्सकॉन का यह फैसला कंपनी की वैश्विक रणनीति का हिस्सा है और इसका उद्देश्य कंपनी की वैश्विक पहुंच को बढ़ाना है। हालांकि इस फैसले का चीन और भारत पर भी प्रभाव पड़ सकता है।