फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश):- फिरोजाबाद जिला अस्पताल में प्रसव के बाद बच्चे के बदलने के मामले में न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने अस्पताल स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। थाना उत्तर पुलिस ने डॉक्टर कृष्णा, अंशुल जैन, अटल पांडे, अजय प्रताप सिंह समेत अस्पताल के अन्य कर्मचारियों के खिलाफ बच्चा बदलने की घटना में मुकदमा पंजीकृत किया है।
फिरोजाबाद के लाइन पार थाना क्षेत्र निवासी पीड़ित रोहित ने बताया कि 18 सितंबर 2024 को उनके छोटे भाई की पत्नी को प्रसव पीड़ा के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब 8.40 बजे अस्पताल कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि उनकी भाभी को बेटा हुआ है और बच्चा स्वस्थ है। इसके बाद जच्चा-बच्चा को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
हालांकि जब पीड़ित के परिवार ने बच्चे को देखा तो पता चला कि वह लड़का नहीं बल्कि लड़की है। इसके बाद रोहित और उनके परिवार ने अस्पताल स्टाफ से इस संबंध में सवाल किया। जब डिलीवरी रूम का रजिस्टर चेक किया गया तो उसमें बच्चों के नाम के सामने पुत्र अंकित था जबकि असल में बच्चा लड़की था। इसके अलावा बच्चे का वजन भी 300 ग्राम कम पाया गया।
पीड़ित ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने इस मामले की शिकायत अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों से की तो उन्हें और उनके परिवार को मारपीट और गाली-गलौच का सामना करना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल कर्मचारियों द्वारा जानबूझकर बच्चे को बदलने की साजिश की गई। पुलिस पर दबाव डालने का आरोप रोहित कुमार ने बताया कि जब उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो अस्पताल कर्मचारियों के दबाव के कारण पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज नहीं किया। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर 2 जनवरी 2025 को थाना उत्तर में मुकदमा पंजीकृत किया गया।
फिरोजाबाद थाना उत्तर पुलिस ने कहा कि न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है और मामले की सघन जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। यह घटना गंभीर आरोपों को उजागर करती है, जहां एक अस्पताल स्टाफ पर प्रसव के बाद बच्चे को बदलने का आरोप लगा है। पुलिस अब इस मामले में सघन जांच कर रही है जबकि पीड़ित परिवार ने न्याय की उम्मीद जताई है।