पटना (बिहार):- जनसुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने गांधी मैदान में चल रहे अपने अनशन को समाप्त करने के लिए एक कड़ी शर्त रखी है। उन्होंने कहा है कि जब तक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छात्रों से मिलकर उनकी समस्याओं को नहीं सुनते तब तक वह अपना धरना वापस नहीं लेंगे। प्रशांत किशोर ने मीडिया से बात करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि वह किसी भी परिस्थिति में विरोध वापस नहीं लेंगे। उनका कहना था कि बड़ी संख्या में लोग उनके समर्थन में खड़े हैं और उन्होंने उन पर विश्वास जताया है ऐसे में वह विरोध से पीछे नहीं हट सकते। उन्होंने बताया कि जब एडीएम ने उन्हें धरना वापस लेने के लिए कहा तो उन्होंने इसका विरोध करते हुए कहा कि यह संभव नहीं है क्योंकि यह आंदोलन छात्रों की समस्याओं को लेकर है और इसे तब तक जारी रखा जाएगा जब तक मुख्यमंत्री छात्रों से संवाद नहीं करते।
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि छात्रों की समस्याएं उनकी अपनी समस्याएं हैं और उन्हें हल करना उनका कर्तव्य है। वह किसी भी हालत में छात्रों के मुद्दों पर समझौता नहीं करेंगे। किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री से अपील की है कि वह छात्रों से मिलकर उनकी शिकायतों को सुनें और उसके बाद जो भी फैसला लिया जाएगा वह उसे स्वीकार करेंगे।
किशोर के इस बयान के बाद बिहार की राजनीतिक स्थिति में और भी तनाव बढ़ सकता है क्योंकि यह मामला न केवल छात्रों के मुद्दों से जुड़ा हुआ है बल्कि प्रशांत किशोर के राजनीतिक भविष्य से भी जुड़ा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अब यह दबाव बढ़ गया है कि वह इस मुद्दे को गंभीरता से लें और छात्रों के साथ संवाद करें। फिलहाल गांधी मैदान में अनशन जारी है और प्रशांत किशोर का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है।