मुंबई(महाराष्ट्र):-हॉलीवुड की दुनिया में एक नए प्रीक्वल की एंट्री हुई है जिसका नाम है मुफासा: द लायन किंग। यह फिल्म द लायन किंग की प्रीक्वल है जो कि मुफासा के जीवन की कहानी बताती है। लेकिन क्या यह फिल्म वाकई में द लायन किंग की प्रीक्वल होने के लायक है आइए जानते हैं इस फिल्म के बारे में विस्तार से।
मुफासा: द लायन किंग की कहानी मुफासा के जीवन के इर्द-गिर्द घूमती है जो कि द लायन किंग के मुख्य पात्र सिम्बा के पिता हैं। यह फिल्म मुफासा के जीवन की कहानी बताती है जिसमें उनके बचपन से लेकर उनके राजा बनने तक की कहानी शामिल है।लेकिन यह फिल्म द लायन किंग की प्रीक्वल होने के लायक नहीं है। यह फिल्म न तो स्टाइल में है और न ही सुब्सटेंस में। यह फिल्म बस एक बेमतलब प्रीक्वल है, जो कि द लायन किंग की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए बनाई गई है।
मुफासा: द लायन किंग की फिल्मांकन और संगीत भी बहुत ही औसत है। फिल्म के दृश्य बहुत ही साधारण हैं और संगीत भी बहुत ही औसत है। यह फिल्म न तो द लायन किंग की तरह ही रोमांचक है और न ही इसकी कहानी बहुत ही दिलचस्प है।मुफासा: द लायन किंग एक बेमतलब प्रीक्वल है जो कि द लायन किंग की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए बनाई गई है। यह फिल्म न तो स्टाइल में है और न ही सुब्सटेंस में। यह फिल्म बस एक औसत फिल्म है जो कि द लायन किंग की प्रीक्वल होने के लायक नहीं है।