नई दिल्ली:- भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की जिसमें कहा गया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धोखाधड़ी और अन्य आर्थिक अपराधों से संबंधित मामलों में कुल 22,000 करोड़ रुपये की वसूली की है। इस वसूली में प्रमुख रूप से विजय माल्या से 14,131 करोड़ रुपये की रकम शामिल है जो भारतीय बैंकों से लोन लेकर देश से भाग गए थे।
ईडी की कार्रवाई के तहत माल्या से 2016 से अब तक 11,290 करोड़ रुपये की अपराध आय की पहचान की गई है जिनमें से 5,040 करोड़ रुपये को अलग-अलग कुर्की आदेशों के तहत वसूला गया। विजय माल्या को 2019 में भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया था और उनके खिलाफ कार्रवाई जारी है।
माल्या ने हाल ही में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जब तक ईडी और भारतीय बैंक यह कानूनी रूप से साबित नहीं कर सकते कि वे उनके कर्ज का दोगुना रिकवर कैसे कर पाए हैं, तब तक वह राहत का हकदार हैं। उनका यह बयान यूके में चल रही कानूनी प्रक्रिया पर आधारित है जहां उनका प्रत्यर्पण लंबित है।
इसके अलावा, माल्या ने यह भी कहा कि उनका मानना है कि उन्हें न्याय मिलना चाहिए क्योंकि अब तक उनकी संपत्ति से काफी वसूली हो चुकी है। हालांकि भारतीय सरकार और ईडी का कहना है कि विजय माल्या की संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया जारी है और उनका प्रत्यर्पण जल्द ही पूरा होगा।
विजय माल्या ने Kingfisher Airlines के जरिए 6,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था जिसे उन्होंने चुकाया नहीं। इसके बाद उनकी बैंकों और ईडी से लंबी कानूनी लड़ाई चली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस वसूली को भारतीय सरकार की एक बड़ी सफलता करार दिया और कहा कि यह कदम साबित करता है कि सरकार आर्थिक अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है।