वाशिंगटन(अमेरिका):-अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के बाद बिग टेक कंपनियों ने डोनाल्ड ट्रंप के प्रति अपना रुख नरम करना शुरू कर दिया है। यह बदलाव कई लोगों को आश्चर्यचकित कर रहा है क्योंकि ट्रंप और बिग टेक के बीच के संबंध पहले बहुत तनावपूर्ण थे। लेकिन बिग टेक का ट्रंप के प्रति नरम रुख के पीछे की रणनीति क्या है इसका जवाब यह है कि बिग टेक कंपनियां ट्रंप प्रशासन के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना चाहती हैं ताकि वे अपने व्यवसायिक हितों को बढ़ावा दे सकें।
बिग टेक कंपनियों को लगता है कि ट्रंप प्रशासन के साथ अच्छे संबंध बनाने से उन्हें अपने व्यवसायिक हितों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। वे चाहती हैं कि ट्रंप प्रशासन उनके व्यवसायिक हितों को ध्यान में रखे और उन्हें अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने में मदद करे। इसके अलावा बिग टेक कंपनियों को लगता है कि ट्रंप प्रशासन के साथ अच्छे संबंध बनाने से उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिलेगी। वे चाहती हैं कि ट्रंप प्रशासन उनके प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ कार्रवाई करे और उन्हें अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने में मदद करे।
हालांकि बिग टेक कंपनियों का ट्रंप के प्रति नरम रुख कुछ लोगों को आश्चर्यचकित कर रहा है क्योंकि ट्रंप और बिग टेक के बीच के संबंध पहले बहुत तनावपूर्ण थे। लेकिन बिग टेक कंपनियों को लगता है कि ट्रंप प्रशासन के साथ अच्छे संबंध बनाने से उन्हें अपने व्यवसायिक हितों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। इस प्रकार बिग टेक कंपनियों का ट्रंप के प्रति नरम रुख एक रणनीतिक कदम है जिसका उद्देश्य उनके व्यवसायिक हितों को बढ़ावा देना है। लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि यह रणनीति कितनी सफल होती है।