नई दिल्ली:- भारत के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 38 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी है। अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान अचानक अपने संन्यास का ऐलान किया जिसने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया है। उनका यह फैसला गाबा टेस्ट मैच में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ड्रॉ के बाद आया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अश्विन ने इस बात की जानकारी दी और अपने क्रिकेट करियर को लेकर भावुक बयान दिया।
अश्विन ने अपने रिटायरमेंट का ऐलान ऐसे समय पर किया जब भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज़ में व्यस्त है। यह फैसला महेंद्र सिंह धोनी और अन्य भारतीय दिग्गज खिलाड़ियों की उस परंपरा को दर्शाता है जो अपने संन्यास का ऐलान चौंकाने वाले अंदाज़ में करते रहे हैं।
रविचंद्रन अश्विन का शानदार करियर
टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड:- अश्विन ने 94 टेस्ट मैचों में 474 विकेट झटके जिसमें 32 बार पारी में पांच विकेट और 7 बार 10 विकेट शामिल हैं।
वनडे और टी20 योगदान:- अश्विन ने 113 वनडे मैचों में 151 विकेट और 65 टी20 मैचों में 72 विकेट चटकाए।
ऑलराउंड प्रदर्शन:- गेंदबाजी के साथ-साथ अश्विन ने बल्ले से भी योगदान दिया और टेस्ट में 5 शतक और 13 अर्धशतक लगाए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने अपने कोच, परिवार और टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा यह मेरे लिए गर्व का पल है कि मैं भारत के लिए इतने साल खेल सका। लेकिन अब वक्त है नई शुरुआत का। उनके संन्यास पर क्रिकेट जगत के कई दिग्गजों ने ट्वीट कर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
रविचंद्रन अश्विन का नाम भारत के सबसे सफल स्पिनरों में लिया जाएगा। उनकी रणनीति विकेट लेने की क्षमता और कठिन परिस्थितियों में प्रदर्शन करने का जज्बा भारतीय क्रिकेट में हमेशा याद रखा जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने अपने संन्यास की घोषणा की। इसके अलावा यह खबर गाबा टेस्ट मैच के संदर्भ में भी खास है जो उनके करियर के यादगार लम्हों में से एक बन गया है।