वृंदावन (उत्तरप्रदेश):- हिंदू संत और धर्मगुरु देवकीनंदन ठाकुर ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा और वहां के हिंदू समुदाय के खिलाफ बढ़ते उत्पीड़न पर कड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के अनुयायियों को इस गंभीर मुद्दे पर चुप नहीं रहना चाहिए और भारत सरकार को इस मामले में तत्काल कदम उठाने चाहिए। ठाकुर ने यह बयान उत्तर प्रदेश के वृंदावन में एक धार्मिक आयोजन के दौरान दिया।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समाज लगातार हिंसा और उत्पीड़न का शिकार हो रहा है और यह हमारी धार्मिक जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने भाई-बहनों की मदद करें। उनका कहना था कि सरकार को बांग्लादेश से उत्पीड़ित हिंदू परिवारों को भारत लाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, क्योंकि यह हमारा नैतिक और धार्मिक दायित्व है।
देवकीनंदन ठाकुर ने आगे कहा यह समय है जब हम सिर्फ धार्मिक आयोजनों और पूजा-पाठ तक सीमित नहीं रहें बल्कि हमें अपने मुस्लिम देशों में रह रहे हिंदू भाई-बहनों के अधिकारों के लिए आवाज उठानी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू धर्म और संस्कृति की रक्षा करना केवल हमारे देश का नहीं बल्कि समस्त दुनिया का कर्तव्य है।
बांग्लादेश में पिछले कुछ वर्षों में हिंदू समुदाय के खिलाफ कई हिंसक घटनाएं हुई हैं जिनमें धार्मिक स्थल तोड़ने मंदिरों में आगजनी और हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार जैसी घटनाएं शामिल हैं।
ठाकुर के इस बयान के बाद यह मुद्दा और ज्यादा चर्चा में आ गया है खासकर उस समय जब भारत में कई राजनीतिक और धार्मिक दल इस मुद्दे पर अपने-अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत कर रहे हैं।
वृंदावन में आयोजित कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग उपस्थित थे और देवकीनंदन ठाकुर ने धार्मिक उथल-पुथल पर अपनी चिंता व्यक्त की।