सीरिया:- में राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार के लिए एक और बड़ा झटका तब लगा जब विद्रोहियों ने दारा शहर पर कब्जा कर लिया। यह शहर दक्षिणी सीरिया में स्थित है और बशर अल-असद के शासन के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थल था। विद्रोहियों ने दारा पर नियंत्रण प्राप्त करने के बाद अल-नुसरा फ्रंट और अन्य प्रतिरोधी समूहों के खिलाफ असद सरकार के खिलाफ अपनी ताकत को मजबूत किया है।
घटनाओं की समय-सीमा:
यह घटना दारा शहर में पिछले कुछ दिनों से चल रहे संघर्षों के बाद सामने आई। विद्रोहियों ने इसे असद के शासन के खिलाफ अपनी मजबूत स्थिति बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में लिया। यह दारा शहर पर विद्रोहियों का कब्जा एक हफ्ते में चौथी प्रमुख सीरीयन सिटी है जो असद के हाथ से निकल गई है। इससे पहले विद्रोही दरे इनखिल और नहते जैसे शहरों पर भी कब्जा कर चुके थे।
दारा का महत्व:
दारा सीरिया के दक्षिणी प्रांत का एक प्रमुख शहर है जो जॉर्डन की सीमा के पास स्थित है। यह शहर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह राजधानी दमिश्क और जॉर्डन के बीच एक प्रमुख रास्ते के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा यह क्षेत्र असद के समर्थकों के लिए एक अहम आपूर्ति मार्ग भी था। दारा पर विद्रोहियों का कब्जा सीरिया में गृहयुद्ध के एक नए मोड़ को दर्शाता है जहां सरकार की सैन्य स्थिति कमजोर पड़ती जा रही है।
विद्रोहियों का दावा:
विद्रोहियों ने दावा किया है कि उनके पास दारा में असद समर्थक सेनाओं के खिलाफ निर्णायक जीत हासिल करने के पर्याप्त सबूत हैं। विद्रोही समूहों ने सैन्य कार्रवाई के दौरान दारा में असद की सेना को पूरी तरह से खदेड़ने का दावा किया है। इसके बाद विद्रोहियों ने जनता की सरकार बनाने का भी ऐलान किया है जो सीरिया में सरकार के खिलाफ खड़ा होने वाली प्रतिरोधी ताकतों का नया स्वरूप हो सकता है।
सीरिया सरकार का जवाब:
सीरिया सरकार ने विद्रोहियों के इस कब्जे को अस्थायी और अनिश्चितकालीन बताया है। सरकार ने इन इलाकों को फिर से वापस लेने के लिए सैन्य ऑपरेशन शुरू करने की योजना का ऐलान किया है। हालांकि विद्रोहियों का कहना है कि वे असद की सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे और अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों को मजबूत करेंगे।
आगे की स्थिति:
दारा के विद्रोहियों के कब्जे के बाद सीरिया में स्थिति और भी जटिल हो गई है। हालांकि यह घटनाक्रम सीरिया के दक्षिणी क्षेत्रों में असद की कमजोरी को उजागर करता है लेकिन इससे विद्रोही समूहों को भी अतिरिक्त संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि वे अंतर्राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर समर्थन जुटाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सीरिया में गृहयुद्ध की यह नई स्थिति आने वाले समय में और गंभीर रूप ले सकती है।