महाराष्ट्र (मुंबई):- महाराष्ट्र विधानसभा का तीन दिवसीय विशेष सत्र आज से शुरू हो गया है। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाना और विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव करना है। यह सत्र महाराष्ट्र की नवगठित विधानसभा के विधायी एजेंडे की नींव रखने का काम करेगा।प्रोटेम स्पीकर कालिदास कोलंबकर आज 288 नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिला रहे हैं। यह प्रक्रिया महाराष्ट्र के राजनीतिक और संवैधानिक ढांचे के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार और पूर्व अध्यक्ष राहुल नार्वेकर प्रमुख दावेदार हैं। 9 दिसंबर को अध्यक्ष का चुनाव होगा। चर्चा है कि राहुल नार्वेकर सरकार में मंत्री बनने की इच्छा रखते हैं, जिससे मुनगंटीवार की दावेदारी मजबूत हो गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 5 दिसंबर को अपनी शपथ के बाद कहा था कि शीतकालीन सत्र से पहले नए मंत्रिमंडल की घोषणा की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह सत्र सरकार के आगामी विधायी और विकास एजेंडे को गति देगा।
यह सत्र इसलिए भी खास है क्योंकि 16 से 21 दिसंबर तक नागपुर में होने वाले शीतकालीन सत्र से पहले नई विधानसभा के कार्यों को दिशा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण मंच है।नवनिर्वाचित विधायकों ने सत्र शुरू होने से पहले कहा कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों के विकास और समस्याओं के समाधान पर काम शुरू कर चुके हैं। नागपुर में आयोजित होने वाला शीतकालीन सत्र सरकार के बड़े विधायी प्रस्तावों और नीतिगत फैसलों को प्रस्तुत करने का अवसर होगा।
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को वरिष्ठ भाजपा विधायक कालिदास कोलंबकर को प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई। वे तीन दिवसीय सत्र की अध्यक्षता करेंगे। यह विशेष सत्र महाराष्ट्र की राजनीति में नए सिरे से दिशा और नेतृत्व तय करने के लिए अहम माना जा रहा है।