अयोध्या (उत्तर प्रदेश):- अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर का शिखर 10 फीट तक सोने से मढ़ा जाएगा। यह जानकारी मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने दी। उन्होंने बताया कि राम मंदिर का निर्माण 15 मार्च 2024 तक पूरा करने की योजना है।
राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक के दौरान निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की गई। मिश्र ने बताया कि निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। हालांकि मजदूरों की संख्या बढ़ाए जाने के बावजूद अभी भी अपेक्षित संख्या में मजदूर उपलब्ध नहीं हो सके हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंदिर निर्माण उनकी पहली प्राथमिकता है। साथ ही सप्त मंदिरों और परकोटे के निर्माण का कार्य भी प्रगति पर है।
निर्माण कार्य की प्रगति पर नजर:
रामकथा के प्रसंग: लोअर प्लिंथ में 500 फीट लंबाई तक पत्थरों पर रामकथा के विभिन्न प्रसंग उकेरे जा चुके हैं।
तीर्थयात्री सुविधाएं: तीर्थयात्री सुविधा केंद्र, फायर स्टेशन, और वॉटर प्लांट जैसी सुविधाओं को जनवरी 2024 तक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंपने का लक्ष्य है।
परकोटा निर्माण: मंदिर के परकोटे का तीन-चौथाई हिस्सा मार्च 2024 तक पूरा करने का प्रयास है।
शिखर पर सोने की परत:
राम मंदिर के शिखर के शीर्ष 10 फीट तक सोने की परत चढ़ाई जाएगी। यह सोने से मंडित शिखर मंदिर की भव्यता और दिव्यता को और भी बढ़ाएगा।
अध्यक्ष ने बताया कि निर्माण कार्य संतोषजनक गति से हो रहा है। उन्होंने कहा कि मजदूर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं ताकि तय समयसीमा में कार्य पूरा किया जा सके। मंदिर का उद्घाटन समारोह 2024 में होने की संभावना है जिसमें देश-विदेश से श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की यह पहल न केवल धार्मिक महत्व रखती है बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को भी सशक्त बनाने का कार्य करेगी।