महाराष्ट्र (मुंबई):- महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। 5 दिसंबर को नई सरकार के शपथ ग्रहण की तारीख तय है लेकिन इस दिन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री शपथ लेंगे या अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी, इस पर फैसला अभी तक नहीं हो पाया है। महायुति के घटक दलों के बीच इस मुद्दे पर चर्चा जारी है। शनिवार को महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने घोषणा की थी कि शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर की शाम मुंबई के आजाद मैदान में होगा और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। हालांकि भाजपा विधायक दल के नेता का नाम अभी तक घोषित नहीं किया गया है जिससे सस्पेंस बरकरार है।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि विधायक दल के नेता के चयन के लिए 2 दिसंबर को बैठक तय थी लेकिन अब यह बैठक 3 या 4 दिसंबर तक टल सकती है। दूसरी ओर एनसीपी नेता सुनील तटकरे ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह की सूचना दी गई है लेकिन यह तय नहीं हुआ है कि उस दिन कौन-कौन शपथ लेगा। एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने कहा कि उन्हें भी इस कार्यक्रम की कोई औपचारिक सूचना नहीं दी गई है। उन्होंने बताया कि अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे इस मुद्दे पर कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं।
महायुति के घटक दल शिवसेना और एनसीपी ने क्रमशः एकनाथ शिंदे और अजित पवार को अपने विधायक दल का नेता घोषित कर दिया है। हालांकि भाजपा ने अब तक अपने विधायक दल के नेता की घोषणा नहीं की है। एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री पद भाजपा के पास रहेगा और शिवसेना तथा एनसीपी से उपमुख्यमंत्री चुने जाएंगे।
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, जो सतारा जिले में अपने पैतृक गांव गए हुए थे बीमार हो गए थे। डॉक्टरों ने उनकी जांच की और अब वह ठीक हो रहे हैं। रविवार शाम तक उनके मुंबई लौटने की संभावना है। महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन पर असमंजस और बढ़ गया है। महायुति के सहयोगी दलों के बीच सहमति बनने में देरी हो रही है। भाजपा विधायक दल के नेता की घोषणा और शपथ ग्रहण से संबंधित अंतिम निर्णय अगले कुछ दिनों में लिए जाने की संभावना है।