लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- उत्तर प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय के आवास के बाहर शुक्रवार को पुलिस ने उन्हें रोका। यह घटना तब हुई जब माता प्रसाद पांडेय समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए संभल जाने की योजना बना रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार समाजवादी पार्टी के इस दौरे का उद्देश्य संभल जिले में हाल ही में हुए विवादित मुद्दों और स्थानीय समस्याओं का निरीक्षण करना था। पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया।
समाजवादी पार्टी ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है और सरकार पर आरोप लगाया है कि वह विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। नेता प्रतिपक्ष ने अपने आवास के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा हम जनता की समस्याओं को उजागर करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। किसी भी बाधा से हमारा संकल्प कमजोर नहीं होगा।
समाजवादी पार्टी का यह दौरा संभल में किसान, युवाओं और अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दों को लेकर था। माना जा रहा है कि इस दौरे में पार्टी आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति तय करने पर भी विचार कर सकती थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा कारणों से यह कदम उठाया गया। हालांकि इस पर सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
लखनऊ और संभल दोनों स्थानों पर समाजवादी पार्टी के समर्थकों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध किया। समर्थकों ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए सड़कों पर प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी ने इस मुद्दे पर विधानसभा सत्र में चर्चा कराने और सरकार को घेरने की योजना बनाई है। घटना उत्तर प्रदेश की राजनीति में फिर से गहमागहमी का संकेत देती है। आगामी चुनावों से पहले इस तरह की घटनाएं राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती हैं।