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मॉरीशस ने यूके के साथ चागोस द्वीपसमूह समझौते की समीक्षा की मांग 

मॉरीशस(पोर्ट लुईस):- मॉरीशस सरकार ने हाल ही में यूनाइटेड किंगडम के साथ चागोस द्वीपसमूह के बारे में किए गए समझौते की समीक्षा की मांग की है। यह समझौता 1968 में किया गया था जब मॉरीशस को यूनाइटेड किंगडम से स्वतंत्रता मिली थी।चागोस द्वीपसमूह, जो हिंद महासागर में स्थित है मॉरीशस का हिस्सा है लेकिन 1968 में यूनाइटेड किंगडम ने इसे मॉरीशस से अलग कर दिया और इसे ब्रिटिश हिंद महासागर क्षेत्र बना दिया।

मॉरीशस सरकार ने कहा है कि यह समझौता मॉरीशस के हितों के विरुद्ध है और इसे समीक्षा की आवश्यकता है। मॉरीशस सरकार ने यह भी कहा है कि वह चागोस द्वीपसमूह को मॉरीशस को वापस करने के लिए यूनाइटेड किंगडम के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है।यूनाइटेड किंगडम ने कहा है कि वह मॉरीशस के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है लेकिन उसने यह भी कहा है कि चागोस द्वीपसमूह को मॉरीशस को वापस करने से पहले कई मुद्दों पर विचार करना होगा।

इस मुद्दे पर मॉरीशस और यूनाइटेड किंगडम के बीच तनाव बढ़ गया है। मॉरीशस सरकार ने कहा है कि वह चागोस द्वीपसमूह को मॉरीशस को वापस करने के लिए यूनाइटेड किंगडम के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है लेकिन उसने यह भी कहा है कि वह इस मुद्दे पर समझौता नहीं करेगी।

चागोस द्वीपसमूह का महत्व

चागोस द्वीपसमूह हिंद महासागर में स्थित है और यह मॉरीशस का हिस्सा है। यह द्वीपसमूह लगभग 60 द्वीपों से बना है और इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 60 वर्ग किलोमीटर है। चागोस द्वीपसमूह का महत्व इसके सैन्य और आर्थिक महत्व के कारण है। यह द्वीपसमूह हिंद महासागर में स्थित है और यह अफ्रीका और एशिया के बीच प्रमुख अंतरराष्ट्रीय व्यापार मार्गों पर स्थित है। चागोस द्वीपसमूह पर यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका का सैन्य अड्डा है। यह सैन्य अड्डा हिंद महासागर और फारस की खाड़ी क्षेत्र में तैनात अमेरिकी परिचालन बलों को रसद सहायता प्रदान करता है।

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