वाशिंगटन (अमेरिका):- अमेरिका की फेडरल कोर्ट में गौतम अडानी और उनकी कंपनियों के खिलाफ धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि अडानी ग्रुप ने अमेरिकी निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की और सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स में अनियमितताएँ कीं। कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान यह सामने आया कि अडानी समूह ने अमेरिकी बाजार में निवेशकों से झूठी जानकारी दी थी जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ।
इस मामले में अब भारत सरकार की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। भारत सरकार ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि उसे अमेरिकी अधिकारियों से कोई आधिकारिक अनुरोध नहीं मिला है, जिसमें गौतम अडानी के खिलाफ किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई की मांग की गई हो। सरकार का कहना है कि किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई के लिए अमेरिकी अधिकारियों को भारत सरकार के गृह मंत्रालय को सूचित करना आवश्यक है।
यदि अमेरिका सरकार चाहती है कि गौतम अडानी को अमेरिकी अदालत में पेश किया जाए तो उन्हें भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण संधि का पालन करना होगा। इस पूरे मामले से अडानी समूह और भारत सरकार के बीच तनाव उत्पन्न हो सकता है क्योंकि अडानी समूह भारत में बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा परियोजनाओं में कार्यरत है।