श्रीलंका (कोलंबो):-श्रीलंका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके के लिए सबसे बड़ी चुनौती देश के बहुसांस्कृतिक पूर्व में अपनी सरकार की वैधता स्थापित करना होगी। दिसानायके की जीत ने श्रीलंका की राजनीति में एक नए युग की शुरुआत की है लेकिन उन्हें अपने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना होगा। श्रीलंका का आर्थिक संकट दिसानायके के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। देश को 2022 में अपने सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा जिसके कारण बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। दिसानायके ने अपने चुनावी अभियान में आर्थिक संकट के समाधान का वादा किया है लेकिन इसके लिए उन्हें कई कठिन निर्णय लेने होंगे। दिसानायके को अल्पसंख्यक समुदायों का समर्थन हासिल करना होगाजिन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया था। तमिल और मुस्लिम समुदायों के बीच दिसानायके की पार्टी की छवि अच्छी नहीं है और उन्हें अपनी सरकार को इन समुदायों के प्रति समर्पित दिखाना होगा।दिसानायके को भारत और चीन के साथ संबंधों को संतुलित करना होगा। श्रीलंका की राजनीतिक स्थिति के कारण दिसानायके को दोनों देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने होंगे लेकिन उन्हें अपने देश के हितों की रक्षा भी करनी होगी। अनुरा कुमार दिसानायके की जीत श्रीलंका के लिए एक नए युग की शुरुआत है लेकिन उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना होगा। आर्थिक संकट अल्पसंख्यक समुदायों का समर्थ और भारत और चीन के साथ संबंध दिसानायके के लिए सबसे बड़ी चुनौतियाँ होंगी। यदि दिसानायके इन चुनौतियों का सामना करने में सफल होते है तो वे श्रीलंका को एक नए और बेहतर भविष्य की ओर ले जा सकते हैं।