पटना (बिहार):- बिहार के बेगूसराय जिले के बरौनी जंक्शन पर शंटिंग ऑपरेशन के दौरान ट्रेन के इंजन और एक डिब्बे के बीच फंसने से 30 वर्षीय एक रेलवे कर्मचारी की मौत हो गई। यह घटना शनिवार (9 नवंबर) को हुई जब अमर कुमार राउत बरौनी जंक्शन पर ट्रेन समाप्त होने के बाद लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर: 15204) के इंजन को अलग कर रहे थे। जानकारी के अनुसार रेल पोर्टर अमर की मौत मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। रेल प्रशासन ने दो रेलकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं परिजनों को मुआवजा भी दे दी गई है। साथ ही अमर के भाई को अनुकंपा पर नौकरी दी जाने की तैयारी शुरु हो गई। इस दौरान एलडब्ल्यूएलआरएम के बीच दबकर अमर की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि डीआरएम की जांच रिपोर्ट में सामने आया था कि एक गलत इशारे के कारण रेल पोर्टर अमर कुमार की मौत हुई थी। रिपोर्ट में रेलकर्मी मो. सुलेमान को दोषी पाया गया था। एसएम की ओर से रेलकर्मी मोहम्मद सुलेमान और अमर कुमार को इंजन डिटैच करने के लिए भेजा गया था। इस दौरान मो. सुलेमान के गलत इशारे के कारण अमर कुमार की जान चली गई। जांच के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए मो. सुलेमान और लोको शंटर राकेश रौशन को सस्पेंड कर दिया गया है। जब तक घटना की पूरी तरह जांच नहीं हो जाती ये दोनों रेलकर्मी सस्पेंड रहेंगे।
घटना की जांच के पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था। जांच टीम घटना की एक-एक पहलू पर जांच कर रही है। सस्पेंड कर्मियों ने भी वरिय अधिकारियों के समक्ष अपनी बेगुनाही को साबित करने के लिए अपना पक्ष रखा है। फिलहाल जांच टीम सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच कर रही है। जांच पूरा होने तक दोनों रेलकर्मी सस्पेंड रहेंगे।