महाराष्ट्र (मुंबई ):- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी का ‘संकल्प पत्र’ जारी किया। इस मौके पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज्य बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अन्य बीजेपी नेता भी मौजूद थे। इस अवसर पर शाह ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा और महाराष्ट्र की संस्कृति व संविधान के मुद्दे पर कांग्रेस और अन्य गठबंधन नेताओं को घेरा। अमित शाह ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से एक गंभीर सवाल पूछा। उन्होंने कहा क्या उद्धव ठाकरे कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कह सकते हैं कि वे वीर सावरकर के लिए दो अच्छे शब्द बोलें? शाह ने यह सवाल विपक्षी दलों की बढ़ती सत्ता की लालच और तुष्टिकरण की नीतियों पर उठाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उद्धव और उनके गठबंधन के सहयोगी महाराष्ट्र की संस्कृति के खिलाफ काम कर रहे हैं
शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण की मांग स्वीकार की जो संविधान के खिलाफ है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भाजपा धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध करती है और पार्टी कभी भी इस मुद्दे पर समझौता नहीं करेगी। शाह ने वक्फ बोर्ड के संशोधन का भी जिक्र किया और कहा कि अगर वक्फ बोर्ड में संशोधन नहीं किया गया तो वह लोगों की संपत्तियों को वक्फ संपत्ति घोषित कर सकता है जैसे कर्नाटक में हुआ था। उन्होंने यह आरोप लगाया कि कांग्रेस और उद्धव ठाकरे सरकारें वक्फ बोर्ड के संशोधन का विरोध कर रही हैं जिससे समाज को नुकसान हो सकता है।
अमित शाह ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार पर भी हमला बोला। उन्होंने पूछा कि शरद पवार ने संप्रग सरकार में रहते हुए महाराष्ट्र की जनता के लिए क्या किया। शाह ने पवार के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए उनका असली चेहरा उजागर करने की बात की।
अमित शाह ने बीजेपी के संकल्प पत्र को महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी का संकल्प पत्र कभी विफल नहीं होता। उदाहरण के तौर पर उन्होंने अनुच्छेद 370 की समाप्ति और नागरिकता (संशोधन) कानून को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लिए गए फैसलों का जिक्र किया। इस प्रकार अमित शाह ने अपने भाषण में विपक्षी दलों के खिलाफ तीखी आलोचना करते हुए बीजेपी के ‘संकल्प पत्र’ को महाराष्ट्र की जनता की सच्ची आकांक्षाओं का प्रतीक बताया।