बेगूसराय (बिहार): सोनपुर मंडल के तहत बरौनी जंक्शन पर शनिवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। रेल इंजन को जोड़ने का काम कर रहे बॉक्स पोर्टर अमर कुमार की मौत हो गई। अमर बिना किसी ट्रेनिंग के इंजन डिटैचिंग का काम कर रहे थे जिसे आमतौर पर लोको शंटर या प्रशिक्षित कर्मी करते हैं। हादसा उस वक्त हुआ जब अमर इंजन और एलडब्ल्यूएलआरएम (लोकोमोटिव वेगन लाइन रेक मैनेजमेंट) के बीच फंस गए और मौके पर ही उनकी जान चली गई।
यह हादसा सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर लाइन संख्या 6 पर हुआ। रेलवे प्रशासन का कहना है कि अमर को इस काम के लिए प्रशिक्षित नहीं किया गया था। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ड्राइवर और अन्य अधिकारी अमर को मरता देख मौके से भाग खड़े हुए। साथ ही परिजनों को भी हादसे की सूचना देने में देरी हुई।
रेलवे प्रशासन के अनुसार अमर का शव निकालने में करीब 1 घंटे 45 मिनट का समय लगा क्योंकि इंजन के बीच फंसे हुए पार्ट्स को काटना पड़ा। उनके सहकर्मी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि समय पर सहायता मिलती तो शायद अमर की जान बचाई जा सकती थी। परिजन राजीव कुमार ने दावा किया कि किसी अधिकारी ने अमर को बचाने का प्रयास नहीं किया और जब वे पहुंचे तो वहां कोई मौजूद नहीं था।
अमर के भाई शेखर कुमार ने आरोप लगाया कि अमर बॉक्स पोर्टर का काम करते थे जो इंजन से बॉक्स को उतारने का होता है, लेकिन रेलवे ने उनसे इंजन जोड़ने का काम करवाया जिसमें उनकी कोई ट्रेनिंग नहीं थी। परिजनों का कहना है कि अमर को कांटावाला के काम में लगाया गया था जिसमें उनकी मौत हो गई। परिजनों ने इस हादसे की जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। अमर ने 2021 में अपने पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा के आधार पर यह नौकरी ज्वाइन की थी।
सोनपुर डीआरएम विवेक भूषण ने इस हादसे की जांच का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से घटना के लिए जिम्मेदारों की पहचान की जा रही है। जांच पूरी होने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।