नई दिल्ली:-छठ पूजा का पर्व नजदीक है लेकिन यमुना नदी की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु यमुना में स्नान कर सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पित करते हैं लेकिन इस बार नदी का पानी इतना गंदा हो गया है कि श्रद्धालुओं के लिए पूजा करना मुश्किल हो सकता है। इन दिनों में यमुना का पानी काला और गंदा दिखाई दे रहा है। घाटों पर प्लास्टिक की थैलियां और अन्य कचरे के ढेर लगे हुए हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि श्रद्धालु किस तरह इस प्रदूषित पानी में स्नान कर पाएंगे। जल प्रदूषण की इस स्थिति ने श्रद्धालुओं के लिए चिंता बढ़ा दी है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कई वर्षों से सरकार द्वारा यमुना की सफाई के लिए परियोजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन उनका असर न के बराबर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे पिछले कई वर्षों से यमुना की सफाई के बारे में सुनते आ रहे हैं लेकिन किसी भी परियोजना का वास्तविक प्रभाव देखने को नहीं मिला है। श्रद्धालुओं ने बताया कि इस बार पूजा करने की योजना बनाते समय वे बहुत चिंतित हैं। प्रदूषित पानी में स्नान करना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में यह देखना होगा कि क्या कोई ठोस कदम उठाए जाएंगे ताकि श्रद्धालुओं को इस बार छठ पूजा के दौरान यमुना के साफ पानी का अनुभव हो सके।
यमुना के घाटों पर हमारी टीम ने जो दृश्य देखे वे दिल दहलाने वाले थे। नदी की इस स्थिति को सुधारने के लिए सरकार को अब तुरंत ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है वरना श्रद्धालुओं को पूजा करने में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। इस समय यमुना की हालत देखकर यही कहना मुश्किल है कि क्या श्रद्धालु इस बार सुरक्षित तरीके से पूजा कर पाएंगे।