पुरी (ओडिशा):- जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में हाल ही में हुए आतंकी हमले पर पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इस हमले की पृष्ठभूमि और उसके पीछे के उद्देश्यों पर सवाल उठाए हैं। अब्दुल्ला का कहना है कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान, सुरक्षा बलों को उन पर जानलेवा हमला करने के बजाय उन्हें पकड़ने का प्रयास करना चाहिए।
बडगाम में हुए इस हमले में सुरक्षा बलों पर किए गए एक हमले में कुछ जवानों के घायल होने की खबर है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इस प्रकार के हमलों का उद्देश्य स्थानीय आबादी में डर और अशांति फैलाना है। उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर की समस्या का हल बातचीत और राजनीतिक प्रक्रिया के माध्यम से ही किया जा सकता है न कि बल प्रयोग से।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि यदि आतंकियों को पकड़ लिया जाए तो इससे सही जानकारी मिल सकती है जिससे अन्य संभावित हमलों को रोका जा सके। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे किसी भी स्थिति में फायरिंग से बचें और अधिकतम सावधानी बरतें। फारूक अब्दुल्ला की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि हमले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा बलों को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।
इस मामले पर स्थानीय नेताओं और जनता में भी कई प्रतिक्रियाएं आई हैं जहां कुछ ने अब्दुल्ला के विचारों का समर्थन किया है वहीं अन्य ने सुरक्षा बलों की कार्यवाही को उचित ठहराया है।