सोनभद्र, (उत्तर प्रदेश): तहसील सदर, रॉबर्ट्सगंज में आज संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया जहां जिलाधिकारी बी.एन. सिंह और पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने संयुक्त रूप से जन शिकायतों की सुनवाई की। समाधान दिवस का यह आयोजन लोगों की समस्याओं को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारित करने के उद्देश्य से किया गया था। इस अवसर पर फरियादियों ने अपनी शिकायतें जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के समक्ष रखीं। अधिकतर शिकायतें जमीन विवाद, राजस्व संबंधित मामलों पुलिस कार्रवाई में देरी और अन्य प्रशासनिक समस्याओं से जुड़ी थीं। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुना और संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि हर शिकायत का निष्पक्ष, न्यायसंगत और समय पर निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
विशेष रूप से जमीन से जुड़े प्रकरणों के निस्तारण पर जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि जमीन विवाद के मामलों में पुलिस और राजस्व विभाग की टीमों को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि फरियादी अलग-अलग विभागों के चक्कर काटने को मजबूर न हों। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से मौके पर जाकर मामलों की जांच करें और उचित समाधान निकालें। इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि फरियादियों को जल्दी और संतोषजनक न्याय मिल सकेगा।
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने कहा कि कानून व्यवस्था से जुड़े मामलों में निष्पक्ष जांच की जाएगी और जहां भी जरूरी हो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्थानीय पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जन समस्याओं को गंभीरता से लें और समाधान दिवस के बाद भी जनता से संवाद बनाए रखें ताकि भविष्य में भी कोई समस्या लंबित न रहे। इस संपूर्ण समाधान दिवस पर एसडीएम सदर, क्षेत्राधिकारी सदर, तहसीलदार सहित कई अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे। अधिकारियों ने विभिन्न मामलों को प्राथमिकता के आधार पर वर्गीकृत किया और उन पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। यह सुनिश्चित किया गया कि हर शिकायत को संबंधित अधिकारी द्वारा तुरंत संज्ञान में लिया जाए और उसका समाधान जल्द से जल्द किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे समाधान दिवस का मुख्य उद्देश्य जनता की समस्याओं को सुलझाना और प्रशासनिक प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है। उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि वह जन शिकायतों के निस्तारण में देरी न करें और हर मामले को गहनता से जांचकर निष्पक्ष निर्णय लें।
इस समाधान दिवस के सफल आयोजन से यह स्पष्ट हुआ कि प्रशासनिक तंत्र जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है और समय पर उनका समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।