मेरठ:-उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने एक महत्वपूर्ण फैसला किया है। संघ ने 2 अक्टूबर, 2024 से लखनऊ निदेशालय पर आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है।
इस फैसले के पीछे का कारण यह है कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षामित्रों की मांगों को पूरा नहीं किया गया है। संघ ने 30 सितंबर तक शिक्षामित्रों की मांगों को पूरा करने का अल्टीमेटम दिया है।
अगर सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया, तो 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर प्रदेश के सभी जिलों से जिला और ब्लॉक कार्यकारणी से लखनऊ निदेशालय पर एकत्र होकर उपवास करते हुए धरना करेंगे।संघ के प्रभारी सुचित मलिक ने कहा, “हम शिक्षामित्रों के अधिकारों के लिए लड़ने के लिए तैयार हैं। हम सरकार से मांग करते हैं कि वे शिक्षामित्रों की मांगों को पूरा करें। “इस अवसर पर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश वालियान, धर्मेंद्र पांडे, राजेंद्र पचेरा, वीरेंद्र छोंकर, जगवीर भाटी, ग्रीश यादव, नरेश मीणा, सुधीर पोसवाल, खुर्शीद चौधरी, ऋषिपाल चौधरी, पंकज शर्मा, संजय चौधरी, रईस अहमद, संजय शर्मा, धर्मेंद्र सिंह, पंकज राजपूत, अनुज राणा, राजेश पवार समेत कई अन्य जिला अध्यक्ष और महामंत्री उपस्थित थे।
बता दें कि शिक्षामित्रों की मांग है कि उनको फिर से नियमित कर सहायक अध्यापक बनाया जाए। बड़ी संख्या में शिक्षामित्र टीईटी पास हैं। उनके लिए नियमों में शिथिलता बरत कर नियुक्ति की जाए। इतना ही नहीं शिक्षामित्र चाहते हैं कि जब तक उनका नियमितीकरण नहीं होता है, तब तक उनको समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाए।