नई दिल्ली :- विकासशील देशों को आर्थिक विकास में मदद करने वाले विश्व बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अपने आंकड़े पेश किए है। एग्रीकल्चर सेक्टर और ग्रामीण क्षेत्र में मांग बढ़ने के चलते विश्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 को लेकर भारत की जीडीपी 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
विश्व बैंक ने मंगलवार को इसके लिए एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें वर्ल्ड बैंक ने बताया है कि चैलेजिंग ग्लोबल माहौल होने के बाद भी भारत के ग्रोथ रेट में लगातार मजबूती देखने को मिल रही है।
विश्व बैंक ने ‘इंडिया डेवलपमेंट अपडेट’ रिपोर्ट में कहा, भारत जो दक्षिण एशिया क्षेत्र का बड़ा हिस्सा है उसकी वृद्धि दर 2024-25 में सात प्रतिशत रहने की उम्मीद है। इसमें कहा गया, कृषि क्षेत्र में सुधार से उद्योग में आई मामूली गिरावट की आंशिक भरपाई हो जाएगी और सेवाएं मजबूत बनी रहेंगी। कृषि में अपेक्षित सुधार से ग्रामीण मांग में भी सुधार होगा।
RBI ने भी बढ़ाया अनुमान
आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पिछले महीने ही भारतीय अर्थव्यवस्था को देखते हुए चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी के पूर्वानुमान को बढ़ा दिया है। आरबीआई ने ग्रोथ रेट में बढ़ोत्तरी की आशंका जतायी है। आरबीआई ने कहा है कि आने वाले समय में भारत की जीडीपी 7 प्रतिशत से बढ़कर 7.2 प्रतिशत तक हो सकती है।
7.2% की दर से बढ़ सकती है भारतीय अर्थव्यवस्था
एशियन डेवलपमेंट आउटलुक यानी एडीओ ने जुलाई के महीने में कहा था कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की अर्थव्यव्स्था में बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है। साथ ही ये भी बताया गया है कि इस साल देश की जीडीपी 7 प्रतिशत तक रही है। भारत की प्रगति को देखते हुए बताया जा रहा है कि आगामी समय मे भारत की अर्थव्यवस्था 7.2 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। एडीओ ने भारत की जीडीपी को लेकर पूर्वानुमान लगाया है। साथ ही एडीओ ने ये भी बताया है कि मार्च 2024 के खत्म होने पर पता चला है कि भारत की जीडीपी बीते साल 8.2 प्रतिशत रही थी, जबकि इसके पहले वित्त वर्ष यह 7 प्रतिशत तक रही थी।