शाहगंज से पंकज केसरी की स्पेशल रिपोर्ट
सोनभद्र (उत्तर प्रदेश):- सावन महीने में बिजली विभाग का आलम यह है कि 24 घंटे में ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति की समस्या, लो वोल्टेज की समस्या, लगभग एक दर्जन विद्युत विभाग रोस्टिंग रोजमर्रा की आम बात होने लगी है क्षेत्रीय ग्रामीणों में विद्युत विभाग की कार्य प्राणाली को लेकर रोष व्याप्त है उमस भरी गर्मी ऊपर से लो वोल्टेज एवं विद्युत कटौती कोढ़ में खास का काम कर रही है ग्रामीण लोग किसी तरह दिन तो काट ले रहे हैं मगर रात्रि में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है बड़ा सवाल यह है कि वास्तव में विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर योगी सरकार की नीतियों का कोई प्रभाव ही न पड़ रहा हो।
सोमवार की सुबह 5:00 बजे से ही जो विद्युत कटौती हुई वह दोपहर में बहाल हुई सबसे बड़ी समस्या बेसिक शिक्षा परिषद में संचालित मध्यान्ह भोजन योजना पूरी तरीके से प्रभावित हो रही है समस्या फिर वही आकर खड़ी हो जा रही है , जब बिजली ही नहीं समय से प्राप्त होगा तो बच्चों को मिड डे मील कैसे समय से मिल पाएगा।
एसडीओ विद्युत विभाग नरेंद्र मीणा ने बताया कि लो वोल्टेज की समस्या, तो पूरे क्षेत्र में है लेकिन इसमें ऊपर के अधिकारियों द्वारा ही कुछ किया जा सकता है तभी इस समस्या से छुटकारा मिलेगा एवं रोस्टिंग का निर्धारित समय सब कुछ ऊपर से ही निर्धारित कर दिया जाता है, हालांकि क्षेत्र में बिजली गुल रहने का कारण उन्होंने बताया कि पावर हाउस से ही जंपर उड़ गया था जिसको ठीक करने में समय लगा, उसके उपरांत 8:30 से 11:00 तक रोस्टिंग का समय निर्धारित किया गया है।