उत्तर प्रदेश:- उत्तर प्रदेश की सियासत में कुछ दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा है। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के तेवर जुदा–जुदा दिख रहा है। अखिलेश यादव ने केशव प्रसाद मौर्य को मॉनसून ऑफर दिया था। जिस पर डिप्टी सीएम ने जवाब देते हुए कहा, ”मानसून आफर को 2027 में 47 पर जनता और कार्यकर्ता फिर समेटेंगे.” अब इस मामले में अखिलेश यादव की पत्नी एवं सांसद डिंपल यादव की भी एंट्री हो गई है।
दरअसल, बीते रोज अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट करते हुए कहा था, ‘मॉनसून ऑफर: सौ लाओ, सरकार बनाओ। अब उनके इस ट्वीट पर मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव ने प्रतिक्रिया दी है। डिंपल यादव ने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि क्या स्थिति चल रही है। जब लोग तैयार हैं, जनता तैयार है तो कुछ भी संभव है।
इधर, केशव प्रसाद मौर्य के जवाब देने के बाद अखिलेश यादव ने फिर X पर एक पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने कहा, न संगठन बड़ा होता है, न सरकार। सबसे बड़ा होता है जनता का कल्याण। दरअसल संगठन और सरकार तो बस साधन होते हैं, लोकतंत्र में साध्य तो जनसेवा ही होती है। जो साधन की श्रेष्ठता के झगड़े में उलझे हैं, वो सत्ता और पद के भोग के लालच में है, उन्हें जनता की कोई परवाह ही नहीं है। भाजपाई सत्तान्मुखी है, सेवान्मुखी नहीं।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है कि अखिलेश यादव ने केशव मौर्य को ऑफर दिया है। इसके पहले भी सपा अध्यक्ष ने केशव प्रसाद मौर्य को ऑफर दिया कि वे 100 विधायक तोड़कर लाएं और मुख्यमंत्री बन जाएं। हालांकि हर बार केशव प्रसाद मौर्य अखिलेश यादव को करारा जवाब देते रहे और पार्टी के प्रति अपनी आस्था दिखाते रहे। आखिरी बार सितंबर 2022 में अखिलेश यादव ने उन्हें विधायकों को तोड़ने और मुख्यमंत्री बनने का ऑफर दिया था।
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