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Dastak Hindustan - लीची में है भरपूर मात्रा में विटामिन सी, भीषण गर्मी में रखें तरोताजा

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लीची में है भरपूर मात्रा में विटामिन सी, भीषण गर्मी में रखें तरोताजा

नई दिल्ली:- कुछ ऐसे फल हैं, जो भीषण गर्मी में भी आपको तरोताजा रखने में मदद कर सकते हैं। उन्हीं फलों में से एक लीची भी है। स्वाद के साथ-साथ लीची भीषण गर्मी में डिहाइड्रेशन के लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। जो वजन कम करना चाहते हैं और शुगर मरीज दोनों लीची का सेवन कर सकते हैं लेकिन सीमित मात्रा में।

लीची में 82 प्रतिशत पानी होता है। यही कारण है कि शरीर के तापमान और हाइड्रेशन के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता और आपकी त्वचा को कमल बनाए रखने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट, जैसे फ्लेवोनोइड्स, शरीर को तनाव और सूजन से बचाते हैं। लीची में पर्याप्त मंत्र में फाइबर होता है, जो पाचन में मदद करता है। कब्ज जैसी समस्या को जड़ से खत्म करता है। लीची में पाया जाने वाला पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने और हृदय को स्वास्थ्य रखना में मदद करता है।

 

क्या ब्लड शुगर पेशेंट लीची खा सकते हैं?

लीची का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 50 होता है, जिसका मतलब है कि यह रक्त शर्करा में तेज़ी से वृद्धि नहीं करता है। लेकिन इसमें फ्रक्टोज़ की मात्रा अधिक होती है। इसलिए, मधुमेह रोगियों को सीमित रूप से इसका सेवन करना चाहिए।

लीची में हाइपोग्लाइसीन नामक एक एमिनो एसिड पाया जाता है, जो शरीर की ग्लूकोज बनाने की क्षमता को बाधित करता है। जिससे हाइपोग्लाइसीमिया (Low blood sugar) होता है। इसलिए खाली पेट कच्ची लीची न खाएं। अगर आप अच्छी तरह से संतुलित मात्रा में पकी हुई लीची खाते हैं, तो चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है।

लीची को कभी भी मिठाई के रूप में या भोजन के बाद नही कहा चाहिए। क्योंकि जब पेट भरा होता है, तो फल का रस को शरीर अवशोषित नहीं कर पाता। पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। इसलिए इन्हें खाली पेट या भोजन के बीच में नाश्ते के रूप में खाएं।

लीची को सीमित मात्रा में खाना चाहिए। खासकर वे लोग जो अपने चीनी और कैलोरी सेवन पर विशेष ध्यान देते हैं।वयस्क व्यक्ति दिन में लगभग 10-12 लीची खा सकता है। जिससे व्यक्ति को बिना किसी नुकसान के पर्याप्त पोषक तत्व प्राप्त होगें। एक वयस्क व्यक्ति लगभग 100-150 ग्राम लीची का सेवन कर सकता है।

लीची में प्राकृतिक शर्करा की उच्च सांद्रता होती है। इसलिए मधुमेह वाले लोगों को दिन में अधिकतम 6-8 लीची या लगभग 50-75 ग्राम तक सेवन करना चाहिए।

प्रोसेस्ड या डिब्बाबंद लीची के सेवन से बचें। क्योंकि इनमें बहुत चीनी की मात्रा बहुत अधिक होते हैं।

आप लीची को फलों के सलाद या मिठाई में डालकर हल्के-फुल्के खाने के तौर पर खा सकते हैं।

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