वनप्लस :-कुछ दिन पहले खबर आई थी कि भारत की बड़ी मोबाइल दुकानें 1 मई से वनप्लस के फोन, टैबलेट और घड़ियां बेचना बंद कर देंगी. इस खबर के बाद अब वनप्लस कंपनी ने भी जवाब दिया है। खबरों के मुताबिक, दुकानदारों का कहना है कि उन्हें वनप्लस कंपनी के साथ कई परेशानियां हैं, इसीलिए वो उनका सामान बेचना बंद करना चाहते हैं।
वनप्लस ने ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ को बताया कि वो दुकानदारों के साथ मिलकर इस समस्या का समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं। वनप्लस ने टीओआई को बताया कि पिछले 7 सालों में मोबाइल बेचने वाली दुकानों का उनका साथ बहुत मायने रखता है. कंपनी इन दुकानों की परेशानियों को दूर करने के लिए मिलकर काम कर रही है ताकि आगे भी दोनों का रिश्ता मजबूत बना रहे।
दुकानदारों ने क्या की शिकायत?
मोबाइल बेचने वाली दुकानों का कहना है कि वनप्लस कंपनी उन्हें कम मुनाफा देती है, उनकी गारंटी और सर्विस ठीक करने में देरी करती है, और साथ में दूसरी चीजें भी बेचने के लिए दबाव डालती है. इन वजहों से दुकानदार 1 मई से वनप्लस के फोन बेचना बंद करना चाहते हैं। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण भारत और पश्चिम भारत के 6 राज्यों के 23 दुकानदारों के ग्रुप (लगभग 4500 दुकानें) का यह फैसला हो सकता है।
दुकानदारों के संगठन के अध्यक्ष श्रीधर टीएस ने एक चिट्ठी में लिखा है कि पिछले एक साल में, उन्हें वनप्लस के फोन बेचने में कई परेशानियां आई हैं और ये परेशानियां अभी भी बनी हुई हैं। दुकानदारों ने बताया कि फोन की गारंटी या सर्विस करवाने में देरी और दिक्कतें होती हैं. इससे ग्राहकों को भी दिक्कत होती है और दुकानदारों का भी बोझ बढ़ जाता है।
श्रीधर ने कहा कि, ‘वनप्लस कंपनी दुकानदारों को जबरदस्ती अपने फोन के साथ दूसरी चीजें बेचने के लिए कहती है। इससे दुकानदारों को परेशानी होती है और वो ग्राहकों को वो चीज़ें नहीं बेच पाते जो ग्राहक लेना चाहते हैं. नतीजतन, दुकानों में वनप्लस के फोन बिक नहीं पाते और दुकानदारों को घाटा होता है।
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