तारा त्रिपाठी की स्पेशल रिपोर्ट
मीरजापुर (उत्तर प्रदेश):- श्रीमती गंगा देवी बालिका इंटर कालेज व वनस्थली महाविद्यालय अहरौरा के संस्थापक रहे मोहन लाल गुप्त जो चाचा जी के नाम से विख्यात थे उनके 10 मार्च को निधन हो जाने बाद आज श्री मती गंगा देवी बालिका इंटर कालेज के प्रांगण में हुई शोक सभा में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई और उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। सर्व प्रथम उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया और पुष्पांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर उपस्थित सांसद व राज्य सभा सदस्य रामसकल ने कहा कि मोहन लाल गुप्त में समाज के लिए करने का जज्बा था।
वो सदैव अपने नहीं समाज के लिए जीये। मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि मेरी उनकी पहली मुलाकात में ही मैं जान गया था कि वो समर्पण व्यक्तित्व के धनी थे। मेरी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि मैं इस विद्यालय के लिए कुछ करु। प्रबन्ध समिति विकास का प्रस्ताव बना कर दे मैं पूरा सहयोग करुंगा।
समाजसेवी प्रमोद केशरी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि चाचा जी निर्माण पुरुष रुपी व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने शिक्षा क्षेत्र से उपर उठकर शीऊर के गरई नदी पर पुल का निर्माण करा कर ग्रमीणों का दिल जीत लिए थे। इसके अलावा उन्होंने समाज कई निर्माण कराये और उसके पीछे उनका कोई स्वार्थ नहीं था। वो एक फकीर थे।
गोपाल दास गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि मोहन लाल गुप्त का कृतित्व अहरोरा हमेशा याद करेगा। उनके अधूरे कार्य को पूर्ण करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सुरेश जायसवाल ने अपने कविता के माध्यम से उन्हे श्रद्धांजलि दी और उन्हें वजीर नहीं फकीर की संज्ञा दी। वनस्थली महाविद्यालय के प्रबन्ध संजय भाई पटेल ने अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उन्हें महान व्यक्तित्व का धनी बताया और उनके सम्मान में अपनी स्वरचित कविता भी पढ़ी।
शोक सभा के पहले यज्ञ हवन किया गया। आर्य समाज के विधि विधान से उनका श्राद्धकर्म किया गया। इस अवसर पर उनके परिवार के साथ साथ जय हिन्द विद्या मंदिर इंटर कालेज के अध्यक्ष ओमप्रकाश तुलस्यान, पूर्व इंस्पेक्टर लक्ष्मी नरायन यादव, विरेन्द्र खण्डेलवाल, पूर्व प्रबन्धक रामलखन गुप्ता, पत्रकार आत्मा प्रसाद त्रिपाठी, भी उपस्थित रहे और श्रद्धा सुमन अर्पित किये। शोक सभा कार्यक्रम का कुशल संचालन वनस्थली महाविद्यालय के प्राचार्य देवी सिंह ने किया।