हरिद्वार :- प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ ने शिवरात्रि के अवकाश पर ओपीडी डयूटी न करने के एलान के चलते शुक्रवार जिले में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह प्रभावित रही। जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल और मेला अस्पताल से तीन सौ से अधिक मरीज बिना उपचार के वापस लौट गए। प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. मनोज वर्मा और प्रांतीय सचिव डॉ. रमेश कुंवर ने महाशिवरात्रि के सार्वजनिक अवकाश पर राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी पूरी तरह बंद करने का ऐलान किया था। इस ऐलान का असर जिले की स्वास्थ्य सेवाओं पर भी देखने को मिला।
चिकित्सकों के अवकाश पर रहने के कारण ओपीडी में उपचार को आये मरीजों को बिना इलाज के ही वापस लौटना पड़ा। जिला अस्पताल में श्यामपुर से आए बुजुर्ग सकुर ने बताया कि वह खांसी, जुकाम और बुखार से पीड़ित थे। इसके लिए वह 30 रुपये का किराया खर्च कर अस्पताल पहुंचे थे लेकिन अस्पताल पहुंचकर पता चला कि ओपीडी कार्य बंद है।कनखल से आए श्याम सुंदर ने बताया कि वह कंधे में दर्द होने पर हड्डी के डॉक्टर को दिखाने आया था लेकिन अस्पताल आकर पता चला कि चिकित्सकों ने अवकाश घोषित किया हुआ है। महिला जिला अस्पताल में आई मिथलेश से बताया कि पुत्रवधु को दिखाने आई थी लेकिन अस्पताल की ओपीडी सेवा बंद है।
मेला अस्पताल में अपने बेटे के पैर में चोट होने पर हडडी के डॉक्टर को दिखाने पहुंचे बिजेंद्र ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सकों के अवकाश होने के कारण उपचार नहीं मिल सका। ब्लड डोनेशन भी प्रभावित जिला ब्लड बैंक में चिकित्सक के अवकाश पर रहने से ब्लड डोनेशन का कार्य भी बंद रहा। बैंक के स्वास्थ्य कर्मी महावीर चौहान ने बताया कि चिकित्सक के अवकाश पर रहने के कारण किसी भी रक्तदाता का खून नहीं लिया जा सका।