Dastak Hindustan

20000 फीट की ऊंचाई, जोरदार टक्कर और 30 फीट ऊंची लपटें

20 हजार फीट की ऊंचाई पर जहाज करीब 200 की स्पीड से अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहा था कि अचानक पैसेंजरों को जोर का झटका लगा, क्योंकि जहाज दूसरे प्लेन से टकरा गया था। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों जहाज 350 की स्पीड से कलाबाजियां खाते हुए जमीन की ओर जाने लगे।

पैसेंजरों की सांसें हलक में अटक गई थीं। नीचे खड़े लोगों ने भी दोनों जहाजों को तेजी से नीचे आते देखा तो उनकी सांसें सूख गई थी। गनीमत रही कि दोनों जहाज कॉनकॉर्ड टाउनशिप में खेतों में गिरी। हादसे में 26 पैसेंजर की जान गई थी। जांच में दोनों जहाजों के पायलटों को लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराया गया, लेकिन उस हादसे की यादें आज भी जेहन में ताजा हैं।

लोकल उड़ान पर निकल जहाज से हुई टक्कर

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ट्रांस वर्ल्ड एयरलाइंस (TWA) की फ्लाइट 553 ने 9 मार्च 1967 को पिट्सबर्ग, पेंसिल्वेनिया और डेटन, ओहियो के बीच उड़ान भरी। हवाई अड्डे से लगभग 29 मील (47 किलोमीटर) दूर रनवे पर उतरते समय जहाज ओहायो के उरबाना के पास बीचक्राफ्ट बैरन नाम छोटे से जहाज से हवा में टकराई गई।

हादसे में DC-9 में सवार सभी 25 और बीचक्राफ्ट में सवार एकमात्र व्यक्ति की जान चली गई थी। फ्लाइट 553 ग्रेटर पिट्सबर्ग हवाई अड्डे से डेटन म्यूनिसिपल हवाई अड्डे के लिए रवाना हुई। समुद्र तल से लगभग 20,000 फीट (6,000 मीटर) की ऊंचाई पर जहाज था और लैंड करने के लिए एकदम से 3,000 फीट (900 मीटर) की हाइट पर आना था, लेकिन डेटन ATC ने पायलट को थोड़ा दाहिनी ओर टर्न लेने के लिए कहा।

आग की लपटों से घिरे, कलाबाजियां खाते नीचे आए

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पायलटों ने ATC क्रू की सलाह मानी और फिर जैसे ही विमान दक्षिण-पश्चिम की ओर मुड़कर 323 समुद्री मील की गति से 4,500 फीट (1,400 मीटर) नीचे उतरा, इसका अगला दाहिना हिस्सा बीचक्राफ्ट बैरन 55 के बाईं ओर से टकरा गया। इसके बाद दोनों जहाजों में आग लग गई। दोनों जहाज तेजी से कलाबाजियां खाते हुए शैंपेन काउंटी में उरबाना के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र कॉनकॉर्ड टाउनशिप में गिरे।

जब दोनों जहाज रडार में नजर नहीं आए तो तलाश शुरू की गई। लोगों ने एयरपोट अथॉरिटी को हादसे के बारे में जानकारी दी। जहाज का मलबा तलाशा गया, लेकिन सभी पैसेंजर मारे जा चुके थे। हादसा लापरवाही के कारण हुआ था। दोनों पायलट एक दूसरे को नहीं देख पाए थे।

राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड ने हादसे की जांच की तो पायलटों ने भी अपना पक्ष रखा। फ्लाइट 553 के पैसेंजर ने कहा कि वे तेजी से नीचे आ रहे थे, हल्के बादल थे और नीचे की ओर घनी धुंध थी। दृश्यता कम होने के कारण वह सामने से आ रहे जहाज को नहीं देख पाया और टक्कर हो गई।

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