शिमला (हिमाचल प्रदेश):- 6 विधायकों की सदस्यता रद्द किए जाए पर हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “अभी मेरा इस पर कुछ भी कहना उचित नहीं है। हमारे पर्यवेक्षक यहां आए हैं, उन्होंने परिस्थिति को देखा है और फिर स्पीकर ने फैसला लिया है इसलिए मेरा इसपर कुछ कहना उचित नहीं है। पर्यवेक्षक यहां आए हैं और चीजें ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं। हम उनसे फिर बात करेंगे कि कैसे चीज़ों को ठीक करना है। हिमाचल देवभूमि है और हम प्रभु राम का भी आशीर्वाद लेकर आए हैं। सबका आशीर्वाद साथ है तो जो होगा अच्छा होगा।”
हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया, “दलबदल विरोधी कानून के तहत 6 विधायकों के खिलाफ मुझे याचिका मिली थी। 6 विधायक जिन्होंने चुनाव कांग्रेस से लड़ा और दलबदल विरोधी कानून के तहत उनके खिलाफ याचिका मिली। मैंने अपने 30 पेज के आदेश में काफी विस्तार से इसकी जानकारी दी है। मैंने उन 6 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है, अब वे हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य नहीं है।”
6 कांग्रेस विधायकों की सदस्यता रद्द किए जाने पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा, “जब आपको(सुखविंदर सिंह सुक्खू) एक साल से ज्यादा समय हो गया है, फिर भी आप उनके मसलों का संज्ञान नहीं ले रहे, उनकी बात नहीं सुन रहे तो उनका नाराज होना जायज है। अगर वे उन्हें बैठाकर बात करते तो आज यह स्थिति नहीं होती।”