कोलकाता (पश्चिम बंगाल):- TMC नेता शेख शाहजहां को पश्चिम बंगाल पुलिस निदेशालय भबानी भवन लाया गया। शेख शाहजहां को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। दक्षिण बंगाल ADG सुप्रतिम सरकार ने TMC नेता शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर कहा, “कोर्ट के स्टे ऑर्डर के कारण हम गिरफ्तारी नहीं कर पा रहे थे। लेकिन जब कोर्ट ने स्पष्ट कह दिया कि शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं है तो हमने तत्काल कार्रवाई करते हुए कल रात मिनाखा से शेख शाहजहां को गिरफ्तार किया, कुछ ही समय में हम उसे अदालत में पेश करेंगे। हम पर बाध्यता थी लेकिन ED पर कौन सी बाध्यता थी कि उन्होंने गिरफ्तारी नहीं की?”
इस मामले में, शिकायत बिल्कुल भी धारा 354 से संबंधित नहीं थी।7, 8 और 9 फरवरी के बाद कई मामले सामने आए हैं लेकिन 8 और 9 फरवरी के बाद से दर्ज हुए सभी मामले उन घटनाओं से संबंधित हैं जो 2 या 3 साल पहले हुई थीं और उनकी जांच करने, सबूत इकट्ठा करने, सबूतों को जांचने में समय लगता है, खासकर उन मामलों के संदर्भ में जो 2 साल पहले घटित हुए हों।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने कहा, “आज बंगाल में हम अंत की शुरुआत देख रहे हैं। संदेशखाली घटना के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी सभी के लिए आंखें खोलने वाली है। हमें बंगाल में हिंसा को खत्म करना है। पिछले पंचायत चुनाव में मुझे घटनास्थल पर जाकर लोगों से, पीड़ित से बातचीत करने का अवसर मिला था। वहां जाकर मुझे पता चला कि इसे ही लोग ‘गुंडाराज’ कहते हैं, यह बंगाल के इलाकों में बहुत ज्यादा है। आने वाले दिनों में हमें कड़ी कार्रवाई करनी होगी।
TMC नेता शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर प. बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “यह गिरफ्तारी नहीं है, यह आपसी समायोजन है। जब तक केंद्रीय एजेंसियां उसे हिरासत में नहीं लेंगी तब तक वहां की पीड़ित जनता को न्याय नहीं मिलेगा।”
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