मथुरा (उत्तर प्रदेश):- बांके बिहारी मंदिर प्राधिकरण द्वारा मंदिर परिसर में मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने पर SSP मथुरा शैलेश कुमार पांडे ने बताया, “जो लोग बांके बिहारी मंदिर परिसर में आते हैं, उनमें से अधिकांश के पास कैमरे होते हैं। अंदर फोटो न खींचने को लेकर निर्देश भी दिए गए हैं, इसके बावजूद लोग फोटो खींचते हैं और रील वीडियो बनाते हैं।
इससे बाकी श्रद्धालुओं को भी परेशानी होती है। इसे रोकने के लिए एक एजेंसी द्वारा मोबाइल पाउच सिस्टम का ट्रायल करवाया जा रहा है… बाहर कोई भी श्रद्धालु इस पाउच में अपना मोबाइल वापस लेकर जा सकता है। श्रद्धालु पाउच को अंदर नहीं खोल पाएंगे। इससे श्रद्धालुओं को टोकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।”
वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। कई श्रद्धालु मंदिर में रील, विडियो रिकॉडिंग या फोटो खींचते नजर आते हैं। इससे अन्य श्रद्धालुओं को कई बार दिक्कत होती है और मंदिर में भीड़ बढ़ती है।
मंदिर में मोबाइल पर प्रतिबंध के लिए जिला प्रशासन ने राजस्थान कोटा की PSA डिजिटल इंडिया लिमिटेड के सहयोग से बुधवार को इसका ट्रायल किया। कंपनी के सुभाष महापात्रा ने बताया कि गेट नंबर 3 पर हम लोगों ने श्रद्धालुओं से उनके फोन एक पाउच में रखवाकर उस पर RFID लॉक लगाया और उन्हें दे दिया।
दर्शनों के बाद एग्जिट गेट नंबर 4 और 1 पर पाउच का लॉक खोलकर मोबाइल श्रद्धालुओं को लौटा दिए। इससे मंदिर में मोबाइल यूज करने पर रोक लग सकेगी। पाउच पर एक क्यूआर कोड भी है जो इंटरनल काउंटिंग के लिए है। इससे पता चल जाएगा कि एक पाउच कितनी बार यूज हुआ है।