बेंगलुरु (कर्नाटक):- कर्नाटक रक्षणा वेदिके के सदस्यों ने रामानगर में कावेरी जल मुद्दे पर विरोध स्वरूप पूजा की। कावेरी जल मुद्दे को लेकर विभिन्न संगठनों ने बेंगलुरु बंद का आह्वान किया है।
शेखर एच. टेक्कन्नवर, DCP पुलिस की ओर से पुख़्ता इंतेज़ाम किए गए हैं। अनुमति वाले स्थान को छोड़कर कहीं भी प्रदर्शन किए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। ट्राफिक अभी सुचारू रूप से चल रही है। किसान संघ के सदस्यों को मैसूर बैंक सर्कल में विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है।
कावेरी जल मुद्दे को लेकर विभिन्न संगठनों ने बेंगलुरु बंद का आह्वान किया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि उनकी सरकार प्रदर्शनकारियों को नहीं रोकेगी। लेकिन शांति व्यवस्था बरकरार रहनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान अपनी ठोस दलीलें पेश करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार राज्य के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सीएम ने कहा कि उन्होंने पहले 24,000 क्यूसेक की मांग की। फिर 7,200 क्यूसेक की, हमने कहा कि 5,000 क्यूसेक भी नहीं दे सकते क्योंकि पानी नहीं है। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इसे स्वीकार नहीं किया और मामला 26 सितंबर को अदालत के सामने आ रहा है। हम अपनी दलीलें और अधिक मजबूती से रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में, हम (सरकार) विरोध प्रदर्शनों को नहीं रोकेंगे, लेकिन भाजपा और जद (एस) इस मुद्दे पर राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 21 सितंबर को कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण (सीडब्ल्यूएमए) के आदेश में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था। जिसने कर्नाटक सरकार को 13 सितंबर से 15 दिन तक तमिलनाडु के लिए 5,000 क्यूसेक पानी छोड़ने संबंधी कावेरी जल विनियमन समिति (सीडब्ल्यूआरसी) के निर्देशों का समर्थन किया था।