पंजाब :- पंजाब के तरनतारन ज़िले में पुलिस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की एक और नापाक साजिश को नाकाम करते हुए दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सीमावर्ती गांव लखन में की गई, जहां दोनों संदिग्ध आतंकी छिपे हुए थे।
पुलिस के मुताबिक, दोनों गिरफ्तार आरोपी पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के संपर्क में थे और भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उनके पास से छह पिस्तौल, भारी मात्रा में कारतूस और अन्य हथियार बरामद किए हैं। इससे स्पष्ट है कि ये आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।
तरनतारन पुलिस की इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है, खासकर तब जब सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तान द्वारा ड्रोन के ज़रिए हथियार और नशे की तस्करी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि गिरफ्तार आतंकियों के संपर्क किन-किन लोगों से थे और क्या पंजाब के अन्य इलाकों में भी ऐसी आतंकी साजिशें रची जा रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक, दोनों आतंकी सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स के ज़रिए पाकिस्तान के आकाओं से संपर्क में थे। इसके अलावा, इनके मोबाइल फोन और डिजिटल उपकरणों को जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
पंजाब पुलिस ने एक बार फिर साबित किया है कि वह किसी भी देशविरोधी तत्व को राज्य की शांति भंग नहीं करने देगी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार सीमाओं की सुरक्षा और आंतरिक शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
पंजाब में आतंकवाद का इतिहास भले ही पुराना हो, लेकिन हाल के वर्षों में पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर से राज्य को अस्थिर करने की कोशिशें बढ़ी हैं। ड्रोन की मदद से हथियार भेजना, सीमा पार से आतंकियों को ट्रेनिंग देना और sleeper cells को सक्रिय करना इसी योजना का हिस्सा रहा है।
इस ताजा गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। यह एक चेतावनी भी है कि आने वाले समय में आतंकी संगठन भारत को निशाना बनाने के लिए नई रणनीतियों पर काम कर सकते हैं।