मुंबई(महाराष्ट्र):- भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को एक बड़ा उलटफेर देखा गया। बाजार के विश्लेषकों की उम्मीदों के विपरीत सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लाल निशान में खुले। सेंसेक्स 321.26 अंक या 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79,481.53 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 50 में 76.60 अंक या 0.32 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 24,054.50 पर पहुंच गया।
इस गिरावट के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। बाजार के विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक बाजारों में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि ने भारतीय शेयर बाजार पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। इसके अलावा बाजार में निवेशकों की धारणा भी नकारात्मक हो गई है। निवेशकों को लगता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती आ रही है और यह बाजार की गिरावट का एक प्रमुख कारण हो सकता है।
हालांकि बाजार के विश्लेषकों का कहना है कि यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है और बाजार जल्द ही अपनी स्थिति में सुधार कर सकता है। उन्होंने कहा है कि निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए और बाजार की गिरावट को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए। इस बीच बाजार के विश्लेषकों ने निवेशकों को कुछ शेयरों में निवेश करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि आईटी फार्मा और ऑटो सेक्टर के शेयरों में निवेश करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
हालांकि बाजार के विश्लेषकों ने निवेशकों को सावधानी बरतने की भी सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि निवेशकों को अपने निवेश के निर्णयों को सावधानी से लेना चाहिए और बाजार की स्थिति को ध्यान में रखना चाहिए।