मुंबई:-भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को बड़ा उतार-चढ़ाव देखा गया। सेंसेक्स 500 अंक से अधिक टूटकर 60,000 के स्तर पर आ गया, जबकि निफ्टी 17,750 के स्तर से नीचे गिर गया।
भारत में अक्टूबर में खुदरा मुद्रास्फीति में वृद्धि हुई है जिससे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) द्वारा अगले महीने ब्याज दर में कटौती की उम्मीदें कम हो गई हैं। यह खबर बाजार में नकारात्मकता का कारण बनी है।
इसके अलावा कई कंपनियों की कमजोर कमाई और विदेशी निवेशकों की निकासी भी बाजार में चिंता का कारण है। ऑटो शेयरों में विशेष रूप से भारी गिरावट देखी गई है, जिसमें टाटा मोटर्स, मारुति सुजुकी और हीरो मोटोकॉर्प शामिल हैं।
सेंसेक्स में आज की गिरावट के कारण बाजार में नकारात्मकता बढ़ गई है। निफ्टी भी 17,750 के स्तर से नीचे गिर गया है जो बाजार की कमजोरी का संकेत है।
विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में यह गिरावट अल्पकालिक है और निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि बाजार में और भी उतार-चढ़ाव हो सकता है इसलिए निवेशकों को सावधानी से निर्णय लेना चाहिए।
सेंसेक्स 500 अंक से अधिक टूटकर 60,000 के स्तर पर आ गया जबकि निफ्टी 17,750 के स्तर से नीचे गिर गया। ऑक्टूबर में खुदरा मुद्रास्फीति में वृद्धि और कमजोर कमाई ने बाजार में चिंता का कारण बनाया है।