इरान ने 1 अक्टूबर 2024 को इजराइल के खिलाफ लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं जो इजराइल-इरान संघर्ष में अब तक का सबसे बड़ा हमला था। इस हमले को इरान ने “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 2” नाम दिया था। यह इरान द्वारा इजराइल के खिलाफ किया गया दूसरा सीधा हमला था जो अप्रैल 2024 के हमले के बाद हुआ था।
इजराइल की प्रतिक्रिया
इजराइल ने दावा किया कि उन्होंने अधिकांश मिसाइलों को मार गिराया और उनकी वायु सेना की क्षमताओं को कोई नुकसान नहीं हुआ। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे “बड़ी गलती” बताया और कहा कि इरान इसके लिए “भुगतेगा”।
अमेरिकी प्रतिक्रिया
अमेरिका ने “गंभीर परिणाम” की बात कही और इरान को उसके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराने के लिए इजराइल के साथ काम करने का वादा किया।
इरान की प्रतिक्रिया
इरान ने दावा किया कि हमले में उनके निशाने पर इजराइल-हमास युद्ध में शामिल सैन्य सुविधाएं थीं। इरान ने इस हमले को “आत्मरक्षा” के रूप में बताया जो इजराइल द्वारा हमास नेता इस्माइल हनियेह, हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और आईआरजीसी जनरल अब्बास निलफोरुशन की हत्या के जवाब में था।
नुकसान और हताहत
हमलों में एक फिलिस्तीनी नागरिक मिसाइल के मलबे से मारा गया और एक इजराइली नागरिक परोक्ष रूप से मारा गया। चार फिलिस्तीनी दो इजराइली और दो जॉर्डनी नागरिकों ने मामूली चोटें झेलीं। नेवाटिम एयरबेस के क्षेत्र में 20 से 32 मिसाइलें लगीं जिससे एक हैंगर और टैक्सीवे को नुकसान पहुंचा। अन्य मिसाइलें तेल नोफ एयरबेस गेदेरा के पास एक स्कूल और तेल अवीव के उत्तर में मोसाद और यूनिट 8200 के मुख्यालय के पास क्षेत्र में लगीं जिससे घरों और एक रेस्तरां को नुकसान पहुंचा।