मुजफ्फरपुर (बिहार):- मुजफ्फरपुर के तुर्की हाई स्कूल में 18 अक्टूबर को एक छात्र रौशन कुमार को कुछ लड़कों ने इतनी बेरहमी से पीटा कि वह बेहोश हो गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस घटना ने न केवल छात्रों के बीच के विवाद को उजागर किया बल्कि स्कूल की लापरवाही और अनदेखी को भी सामने लाया है।
रौशन जो कक्षा 10 का छात्र था क्लासरूम में बैठने को लेकर विवाद में फंसा। चश्मदीद छात्रों ने बताया कि एक छात्र ने क्लास में आकर विवाद को बढ़ाया और इसके बाद बाहरी लड़कों को बुलाया गया जिन्होंने रौशन पर बांस से हमला किया। इस बीच अन्य छात्रों ने मदद के लिए शिक्षकों को बुलाने की कोशिश की लेकिन उन्हें डांटकर भगा दिया गया। एक छात्र गोलू कुमार ने बताया कि जब उसने इस मामले की सूचना शिक्षकों को दी तो वे अनदेखा कर गए और केवल वीडियो बनाने में लगे रहे। मृतक के परिजनों ने स्कूल के शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कई बार उन्होंने हेडमास्टर राहुल कुमार रंजन से स्कूल में गुंडागर्दी की शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। छात्राओं ने भी बताया कि स्कूल में नशेड़ियों का अड्डा रहता है और रोजाना लड़ाई-झगड़े होते हैं लेकिन शिक्षकों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। इस मामले में एक और चौंकाने वाला तथ्य यह है कि घटना के समय स्कूल का गेटमैन ड्यूटी पर नहीं था। इससे यह स्पष्ट होता है कि स्कूल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था कितनी लापरवाह है।
रौशन के पिता अजय राम ने बताया कि उनका बेटा पढ़ाई के लिए स्कूल गया था लेकिन वहां उसके साथ मारपीट की गई। उन्होंने हेडमास्टर और आरोपियों पर हत्या का आरोप लगाया है। रौशन की मां सुनीता देवी इस सदमे में बार-बार बेहोश हो जा रही हैं और सिर्फ यही कह पाई हैं कि उनके बेटे की हत्या शिक्षकों की लापरवाही के कारण हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना स्कूल में लंबे समय से चल रही गुंडागर्दी का परिणाम है। छात्राएं और ग्रामीण बार-बार इस समस्या के बारे में स्कूल प्रशासन को बता चुके हैं लेकिन उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया।
इस घटना ने न केवल तुर्की हाई स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था को सवालों के घेरे में लाया है बल्कि यह भी दर्शाया है कि स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। परिजनों और समुदाय की मांग है कि इस मामले की विस्तृत जांच की जाए और दोषियों को सजा मिले ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।