भोपाल (मध्य प्रदेश):- मध्य प्रदेश की चर्चित आईएएस अधिकारी शैलबाला मार्टिन एक बार फिर अपने बयानों की वजह से चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने मंदिरों में लगे लाउडस्पीकरों को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट किया, जिससे विवाद खड़ा हो गया है। शैलबाला मार्टिन ने अपने ट्वीट में लिखा मंदिरों पर लगे लाउडस्पीकर कई गलियों दूर तक ध्वनि प्रदूषण फैलाते हैं। ये लाउडस्पीकर आधी रात तक बजते रहते हैं और इससे लोगों को परेशानियां होती हैं। उन्होंने यह टिप्पणी एक अन्य पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए की थी जिसमें लाउडस्पीकरों से होने वाले ध्वनि प्रदूषण की समस्या पर चर्चा हो रही थी।
इस ट्वीट के बाद से ही उनका बयान सोशल मीडिया और राजनीतिक मंचों पर गरमा गया है। हिंदू संगठनों ने इस टिप्पणी का कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि यह धार्मिक भावनाओं को आहत करने का प्रयास है। संस्कृति बचाव मंच जैसे संगठनों ने शैलबाला मार्टिन के बयान की निंदा की है और कहा कि यह बयान हिंदू धर्म के खिलाफ है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे पर शैलबाला का समर्थन किया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि शैलबाला मार्टिन ने एक उचित सवाल उठाया है जो ध्वनि प्रदूषण और जनस्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा ध्वनि प्रदूषण एक गंभीर समस्या है और इसे धर्म के चश्मे से नहीं देखना चाहिए। शैलबाला मार्टिन ने सही सवाल उठाया है और इसका समाधान खोजा जाना चाहिए।
इस विवाद के बाद शैलबाला मार्टिन ने अभी तक अपनी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन सोशल मीडिया पर उनके ट्वीट को लेकर बहस जारी है। कुछ लोग उनके सवाल को जायज़ मानते हुए ध्वनि प्रदूषण पर ध्यान देने की आवश्यकता बता रहे हैं तो कुछ इसे धार्मिक मुद्दा बना रहे हैं। मध्य प्रदेश सरकार की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन आने वाले दिनों में इस पर राजनीतिक हलचल और बढ़ सकती है।