दिल्ली: दिल्ली में पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। दिल्ली सरकार ने 14 अक्टूबर 2024 से 1 जनवरी 2025 तक पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और जलाने पर बैन लगाने की अधिसूचना जारी की है। यह निर्णय दिवाली के अवसर पर वायु गुणवत्ता में गिरावट को रोकने के लिए लिया गया है क्योंकि इस दौरान दिल्ली और आस-पास के राज्यों में किसान पराली जलाने की प्रक्रिया शुरू करते हैं। हर साल अक्टूबर से दिल्ली की वायु गुणवत्ता बिगड़ने लगती है। अक्टूबर में तापमान में गिरावट और हवा की गति में कमी प्रदूषण स्तर को बढ़ा देती है। जैसे-जैसे तापमान गिरता है वायु में धूल और प्रदूषण के कण स्थिर हो जाते हैं जिससे हवा में प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है। इस मौसम में दिल्ली के आसपास के राज्यों जैसे पंजाब और हरियाणा के किसान पराली जलाना शुरू करते हैं। इससे धुआं और अन्य प्रदूषक हवा में मिल जाते हैं जिससे दिल्ली में वायु गुणवत्ता और भी खराब हो जाती है।
दिवाली के दौरान पटाखे जलाने से वायु गुणवत्ता में गंभीर गिरावट आती है। इस समय दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गंभीर स्तर पर पहुँच जाता है। पिछले वर्षों में दिवाली के समय वायु गुणवत्ता सूचकांक में भारी वृद्धि देखी गई है जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जैसे सांस लेने में कठिनाई और अन्य समस्याएं पैदा होती हैं। पटाखों के इस बैन से दिल्ली में पटाखों के कारोबार से जुड़े व्यवसायियों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। सदर बाजार, चांदनी चौक, कोटला, रोहिणी, और लक्ष्मी नगर जैसे क्षेत्र पटाखों के मुख्य बाजार हैं। इस बैन के चलते इन व्यापारियों की आय पर असर पड़ने की संभावना है जिससे रोजगार के अवसर भी कम हो सकते हैं। सरकार का यह निर्णय नागरिकों की सेहत की रक्षा के लिए आवश्यक है। वायु प्रदूषण से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं को ध्यान में रखते हुए यह बैन लगाया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि वायु गुणवत्ता में सुधार से लोगों की सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर जो प्रदूषण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
दिल्ली सरकार का यह कदम प्रदूषण को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि यह जरूरी है कि नागरिक भी इस निर्णय का समर्थन करें और प्रदूषण को कम करने के लिए अन्य उपायों को अपनाएं। बैन के बावजूद दीपावली की खुशियों को मनाने के लिए अन्य साधनों का उपयोग किया जा सकता है जैसे कि बिना धुआं वाले पटाखे या अन्य उत्सव के तरीकों का चयन करना।