लखनऊ:- उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने कारनामों के लिए जानी जाती है। कभी बुलडोजर की धमक से शहर कांपता है तो कभी कावड़ियों पर हेलीकाप्टर से फूल बरसते हैं। लेकिन इस समय कुछ नया ही ट्रेंडिंग है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच तकरार! इन सबके बीच एक नया मामला भी सामने आया है।
आपको बता दे कि योगी सरकार में बेहतर आउटपुट और सामाजिक समीकरणों को साधने के लिए दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं। जिनको महत्वपूर्ण विभाग भी दिए गए, जिसमें ब्रजेश पाठक उपमुख्यमंत्री के पास चिकित्सा स्वास्थ्य तो केशव प्रसाद मौर्य के पास ग्रामीण विकास विभाग का प्रभार है। किंतु केशव मौर्य के सरकार बनाम संगठन के चक्कर में अब ब्रजेश पाठक भी फंसने लगे है।
केशव मौर्य के प्रोफाइल पर नहीं है योगी की तस्वीर
बात करें X पर प्रोफाइल फूटेज की तो केशव प्रसाद मौर्य के X पर प्रोफाइल बैकड्रॉप पर सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर है तो ब्रजेश पाठक के X बैकड्रॉप पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ मोदी और योगी दोनों ही है। केशव मौर्य की X प्रोफाइल देखे तो उस पर उनका पूरा डेटा मौजूद है, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष से लेकर उपमुख्यमंत्री तक का ब्यौरा मौजूद है, बहरहाल केशव योगी सरकार में ही डिप्टी है बावजूद इसके वो प्रदेश के मुखिया को अपने ऑफिसियल X प्रोफाइल पर स्थान नहीं दिए हैं।
योगी बनाम केशव विवाद की रूपरेखा तैयार
इसका मतलब साफ है सरकार और संगठन चाहे जितना साफ चेहरा प्रस्तुत करें, लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। केशव मौर्य योगी सरकार के पहले कार्यकाल में भी उपमुख्यमंत्री थे और महत्वपूर्ण विभाग लोक निर्माण विभाग का प्रभार उनके पास था, लेकिन बाद में ये विभाग उनसे वापस लेकर कांग्रेस से भाजपा में आये जितिन प्रसाद को दे दिया गया और केशव प्रसाद मौर्य को ग्रामीण विकास विभाग दिया गया। बस यहीं से योगी बनाम केशव विवाद की रूपरेखा बन कर तैयार हो गई।
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