नई दिल्ली:- नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड अमित आनंद ने कबूल किया है कि उन्होंने एक पेपर के बदले 30-35 लाख रुपये लिए थे। पुलिस को उसके फ्लैट से क्वेश्चन पेपर और उत्तर की जली हुई कॉपी भी बरामद हुई। एक तरफ नीट का रिजल्ट रद्द करने और दोबारा पेपर कराने की मांग को लेकर आंदोलन जोर पकड़ रहा है तो दूसरी तरफ पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड अमित आनंद ने कई बड़े खुलासे किए। उसने कबूल किया है कि परीक्षा से एक दिन पहले पेपर लीक हुआ था।
अमित आनंद ने कबूला है कि मैं पहले भी पेपर लीक कराता रहा। मैं किसी निजी काम से सिकंदर से मिलने के लिए गया था। उसी की निशानदेही पर मैं पकडा गया हूं। मेरे साथ नीतीश कुमार भी मिलने गया था। मैंने उससे कहा कि मैं प्रतियोगी परीक्षाएं लीक कराता हूं। इस पर सिकंदर ने कहा कि मेरे पास नीट एग्जाम के 3-4 अभ्यर्थी हैं। सिकंदर की बात सुनने के बाद उसने पेपर लीक कराया।
अमित आनंद ने बताया पेपर लीक का पूरा खुलासा
कबूलनामे में अमित का बयान, “मैं किसी बिना दबाव या डर के अपना बयान दे रहा हूं। मेरी दोस्ती सिकंदर से हुई थी, जो दानापुर नगर निगम कार्यालय में जूनियर इंजीनियर है। मैं अपने एक निजी काम से उससे मिलने गया था।
अमित ने आगे बताया, “बच्चों को पास करने के बदले में मैंने बताया कि 30-32 लाख रुपये लगेंगे। इस पर सिकंदर तैयार हो गया और कहा कि वह 4 अभ्यार्थी की हमें देगा। इसी बीच नीट परीक्षा की तारीख आ गई।
सिकंदर ने पूछा लड़कों को कब लाना है। मैंने कहा की पांच मई को परीक्षा है। चार मई की रात को अभ्यर्थियों को लेकर आना। चार मई की रात में नीट परीक्षा का क्वेश्चन पेपर लीक करवाकर सभी अभ्यर्थियों को उत्तर के साथ पढ़ाया और रटवाया गया ।
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