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Ford Ranger की भारत में एंट्री से पहले सामने आई यह जानकारी

भारतीय ऑटो इंडस्ट्री की ग्रोथ को देखते हुए फोर्ड मोटर कंपनी वापसी के मूड में नजर आ रही है। पिछले कुछ महीनों में सुनने में आया था कि कंपनी ने अपना चेन्नई स्थित प्लांट JSW ग्रुप को बेचने से इनकार कर दिया है। इतना ही नहीं, फोर्ड ने दो नई कारों के लिए ट्रेडमार्क भी दाखिल किया है, जिसमें फोर्ड एंडेवर और मैक-ई इलेक्ट्रिक कार के नाम शामिल हैं। और अब एक नई चीज़ है जो इसकी वापसी की पुष्टि करती है, वह है फोर्ड की नई गाड़ी का भारत में आना।फोर्ड एंडेवर और नई फोर्ड रेंजर को हाल ही में भारत में देखा गया। फोर्ड रेंजर पिकअप को चेन्नई में देखा गया है। रेंजर और एंडेवर दोनों में कुछ बातें समान पाई गईं। इनमें लैडर-ऑन-फ़्रेम चेसिस, कुछ डिज़ाइन पार्ट्स और इंटीरियर शामिल हैं। भारतीय बाजार में लॉन्च होने के बाद फोर्ड एंडेवर टोयोटा हिलक्स और इसुजु डी-मैक्स जैसे पिकअप ट्रकों से प्रतिस्पर्धा करेगी।

फोर्ड रेंजर डिजाइन

नई पीढ़ी की फोर्ड रेंजर ने नवंबर 2021 में वैश्विक बाजार में शुरुआत की। स्टाइल की बात करें तो इसमें एलईडी डेटाइम रनिंग लैंप, सी-आकार के एलईडी हेडलैंप, एलईडी टेललाइट्स मिलते हैं। रेंजर का नाम टेललाइट्स पर उभरा हुआ है।

फोर्ड रेंजर इंजन

वैश्विक बाजार में फोर्ड रेंजर कई पेट्रोल और डीजल इंजन विकल्पों में आती है। इसमें 2.0 लीटर डीजल इंजन, 3.0 लीटर V6 डीजल इंजन, 2.3 लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन और 3.0 लीटर V6 पेट्रोल इंजन शामिल है, जो 288 bhp की पावर जेनरेट करता है। इसके निचले वेरिएंट में 5-स्पीड और 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स का विकल्प मिलता है। वहीं इसके ऊपरी वेरिएंट में 10-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का विकल्प दिया गया है। इस पिकअप वाहन के ऊपरी वेरिएंट में बेहतर चेसिस, ऑफ-रोडर गियर और आकर्षक डिजाइन वाले हिस्से हैं।

देश में कब आएंगी फोर्ड की गाड़ियां?

उम्मीद है कि फोर्ड मोटर कंपनी भारतीय बाजार में एंडेवर का 3-पंक्ति एसयूवी संस्करण पेश कर सकती है। इसे अगले देश यानी साल 2025 में पेश किया जा सकता है। वहीं, फोर्ड रेंजर पिकअप के कुछ हिस्से एंडेवर के समान हो सकते हैं। साथ ही फोर्ड की आने वाली इलेक्ट्रिक कार मैक-ई एक एसयूवी होगी, इसका डिजाइन पेटेंट पहले ही इंटरनेट पर लीक हो चुका है। हालाँकि, इसकी भारत में एंट्री को लेकर कोई टाइमलाइन सामने नहीं आई है।

फोर्ड की कहानी क्या है?

हुआ यूं कि कोविड महामारी के दौरान फोर्ड की बिक्री में गिरावट आई। इसके चलते फोर्ड ने सितंबर 2021 में भारत छोड़ने की तैयारी कर ली। कंपनी ने अपना गुजरात स्थित मैन्युफैक्चरिंग प्लांट टाटा मोटर्स को बेच दिया। लेकिन इसका चेन्नई स्थित प्लांट, जिसे कंपनी पहले बेचना चाहती थी, अभी भी कंपनी के पास है। इसकी डील JSW ग्रुप के साथ तय हुई थी, लेकिन फोर्ड ने इसे रद्द कर दिया है। फोर्ड का चेन्नई प्लांट 350 एकड़ में बना है। यहां एक साल में करीब 1 लाख 50 हजार कारें बनाई जा सकती हैं।

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